उद्योगों में 1.15 लाख को मिलना था रोजगार, सिर्फ 7000 को मिल पाया, देखिए यह रिपोर्ट
रायपुर: उद्योगों स्थापना के लिए वर्ष 2019 से 2023 तक अलग-अलग कंपनियों और समूहों से अनुबंध निष्पादित किया गया, लेकिन जिस उम्मीद से उद्योगों के साथ एमओयू किए गए, उसके मुकाबले लोगों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है।
201 एमओयू में 23 में ही उत्पादन प्रारंभ
उद्योग विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक स्टील, सीमेंट, एथेनाल, फूड, फार्मा, इलेक्ट्रानिक्स, रक्षा क्षेत्र, सोलर आदि सेक्टर में अलग-अलग कुल 201 एमओयू के अंतर्गत 192 एमओयू प्रभावशील है, जिसमें 1.15 लाख लोगों को रोजगार प्राप्त होना था। ताजा रिपोर्ट पर गौर करें तो 20 जून 2023 की स्थिति में अनुबंध के अंर्तगत 23 उद्योग-कंपनियों में ही उत्पादन प्रारंभ हो सका है, जिन उद्योगों की स्थापना हुई है, उनमें सिर्फ 7035 लोगों को रोजगार मिल पाया है।
उद्योग लगने की प्रक्रिया में लेटलतीफी बनी वजह
एमओयू के विपरीत यदि रोजगार की संख्या पर गौर करें अनुबंध के तहत 201 एमओयू में औसत एक-एक उद्योगों में 571 लोगों को रोजगार प्राप्त होना है। रोजगार मिलने में देरी के मामले में औद्योगिक संघ के प्रतिनिधियों का कहना है कि उद्योग लगने की प्रक्रिया में काफी लेटलतीफी है। अभी भी उद्योगों में शत-प्रतिदिन उत्पादन शुरू नहीं हो पाया है।
इसकी कई वजहें हैं, जिसमें जमीन का आवंटन, सब्सिडी, ब्याज अनुदान, बिजली छूट सहित अन्य प्रकरणों पर अभी निर्णय नहीं हो पाया है। एनओसी के कई मामले उद्योग, सीएसआइडीसी, बिजली, राजस्व सहित अन्य विभागों में लंबित है। औद्योगिक संगठनों ने राज्य सरकार से मांग की है कि विभागों में लंबित प्रकरणों का शीघ्र निराकरण किया जाए, ताकि उद्योगों की स्थापना हो सके।
मंत्री ने कहा-
एमओयू के बाद उद्योगों को प्राप्त होने वाले अन्य सुविधाओं पर उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि 23 उद्योगों में उत्पादन प्रारंभ हो चुका है, वहीं 192 एमओयू प्रभावशील है। बाकी उद्योगों में भी शीघ्र उत्पादन प्रारंभ होगा। इस मामले पर छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल नचरानी ने कहा कि नचरानी ने कहा कि सिंगल विंडो सिस्टम और एमओयू के बाद विभागीय अनुमति मिलने की प्रक्रिया को तेज करने की आवश्यकता है। अभी भी कई उद्योगों में उत्पादन शुरू होने का इंतजार है। कई उद्योगों को जमीन ही नहीं मिल पा रहा है।
फैक्ट फाइल
वर्ष- उद्योगों में प्रस्तावित रोजगार-रोजगार की वर्तमान स्थिति
2019-20- 3375- 315
2020-21-69251-3488
2021-22-34989-3197
2022-23-7690-35
2023-24-601- (-)
कुल- 115906-7035