सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच चलती रही तकरार, विधानसभा में बीजेपी के हमलों पर मंत्रियों ने संभाला मोर्चा
रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ भाजपा विधायकों की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर देर रात तक सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तकरार चलती रही। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में प्रशासन का राजनीतिकरण और राजनीति का अपराधीकरण हो गया है, इसलिए ये अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। नदियों को सीना चीरा जा रहा है। पूरे छत्तीसगढ़ को अपराध गढ़ बना दिया है। प्रदेश में हत्या, डकैती,लूट, साइबर क्राइम जैसे अपराध बढ़ रहे हैं। रात में परिवार के साथ चलना मुश्किल है। बस्तर में हालत ठीक नहीं है। लोग इलाज के अभाव में मर रहे हैं। नक्सल समस्या बढ़ रही है। इस सरकार में कुल 105 सुरक्षाकर्मी बलिदान भी हुए हैं।
उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने स्वास्थ्य विभाग में घोटालों के आरोप को भ्रामक और गलत बताया। ग्रामीण क्षेत्रों में अघोषित बिजली की कटौती पर कहा कि यह सही नहीं है। कुछ आकस्मिक कारणों से बिजली रोकी जाती है लेकिन 18 घंटे बिजली दी जा रही है। प्रदेश में शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर में कमी हुई है। विधि मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि आरोप पत्र में विभाग का नाम लिख कर उसके आगे सिर्फ घोटाला लिख दिया है। कोई तथ्य नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से छत्तीसगढ़ की गलत छवि पेश की गई है। छत्तीसगढ़ में महिला हिंसा में कमी आई है, चाहे बलात्कार की घटना हो या अन्य घरेलू हिंसा, सभी में गिरावट दर्ज की गई है।
मोहम्मद अकबर ने नाम लिए बिना भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि एक नेता ने कहा था कि एक साल कमीशन खाना बंद कर दो सरकार वापस आ जाएगी। आज जो स्थिति हो गई है, उसे सब देख रहे हैं। उन्होंने विपक्ष से पूछा कि क्या भाजपा ने अपना सभी वादा पूरा किया? अकबर ने कहा कि नक्सलवाद का ज़िक्र आरोप पत्र में हुआ है, जबकि भाजपा की सरकार में हुए झीरम घाटी नरसंहार हुआ। कांग्रेस के 27 नेता बलिदान हो गए। भाजपा की सरकार में एक आइएएस का अपहरण हुआ । लिखित एग्रीमेंट कर छुड़ाया गया, लेकिन ये एग्रीमेंट आज तक बाहर नहीं आया। संस्कृति की बात कही जाती रही। भाजपा की सरकार के वक़्त करीना कपूर को बुलाया जाता था, तब ये घोटाला नहीं था। उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने अजय चंद्राकर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि माता कौशल्या छत्तीसगढ़ की बेटी हैं।
अन्य सदस्यों ने बोला सरकार पर हमला
पुन्नूलाल मोहले: प्रदेश की जनता उदास है इसलिए हमने अविश्वास प्रस्ताव लाया है।
धर्मजीत सिंह: बिलासपुर खोदापुर को खोदापुर ही रह गया। सीवर में पानी गया नहीं और अमृत मिशन में पानी आया नहीं।
केशव प्रसाद चंद्रा: दोनों दल को जनता से मतलब नहीं है। उन्होंने सरकार की तरह तारीफ की और कहा कि छत्तीसगढ़ में अभी किसानों की स्थिति बेहतर है।
प्रमोद शर्मा: मैं अविश्वास प्रस्ताव का मैं समर्थन करता हूं क्योंकि यह सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है।
प्रदेश में एक लाख करोड़ का घोटाला: कौशिक
धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस सरकार को पद में रहने का कोई अधिकार नहीं है सरकार ने अपने कार्यकाल में लगभग 80 हजार करोड रु का कर्ज लिया है, जबकि प्रदेश में घोटाला लगभग 1 लाख 20 हजार करोड़ का हुआ है। जहां भी नजर डालेंगे वहां घोटाला निकलेगा। पीएससी घोटाला, व्यापम घोटाला एक तरह से यह सरकार घोटालों की सरकार कहलाती है। ईडी के मामले में तो सिर्फ 2100 करोड़ का शराब घोटाला सामने आया है, लेकिन उसके बाद में जिस प्रकार से पूरे प्रदेश में शराब के नाम पर घोटाला हो रहा है, वह किसी से छुपा नहीं है। शराब पीने वालों की संख्या पहले जितनी थी उतनी ही है, लेकिन बिक्री में अंतर आया है। शराब बिक्री में लगातार वृद्धि हुई है, इससे स्पष्ट है कि भाजपा जो आरोप लगा रही थी सत्य साबित हो रहा है।