संसदीय सचिव ने पौधरोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
विश्व पर्यावरण दिवस पर स्वामी आत्मानंद स्कूल पहुंचे संसदीय सचिव
महासमुंद। विश्व पर्यावरण दिवस पर संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पौधरोपण से ज्यादा जरूरी पौधों का संरक्षण है। इसके लिए सभी नागरिकों को आगे आने की जरूरत है।
आज सोमवार को वन विभाग द्वारा पर्यावरण दिवस के मौके पर रैली निकालकर पौधरोपण के लिए लोगों को जागरूक किया गया। बाद इसके स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल में आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने पौधरोपण कर कार्यक्रम की शुरूआत की। बाद इसके अन्य अतिथियों ने भी पौधरोपण किया। अपने संबोधन में संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने पौधरोपण की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पर्यावरण की दृष्टि से पौधरोपण करना बहुत ही जरूरी है। पेड़-पौधे हमारे जीवन में बहुत महत्व रखते हैं। इनसे पृथ्वी पर ऋतु चक्र बना रहता है। चक्र को संतुलित बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाना और उनका संरक्षण करना जरूरी है। पर्यावरण संरक्षित नहीं किया गया तो मानव जाति का जीवन संकट में पड़ जाएगा। उन्होंने आमजन से पौधा लगाने और अन्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का आह्वान किया। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा कि भूपेश सरकार द्वारा पिछले साढ़े चार साल के कार्यकाल के दौरान पर्यावरण संरक्षण की दिशा में लगातार काम किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना की जानकारी देते हुए कहा कि इसके माध्यम से अगले 5 वर्षों में 1 लाख 80 हजार एकड़ में वृक्षारोपण किया जाएगा। यह योजना हितग्राहियों की आय में वृद्धि के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण योजना है। योजना में 5 एकड़ में वाणिज्यिक वृक्षारोपण करने वाले हितग्राहियों को शत प्रतिशत अनुदान तथा 5 एकड़ से अधिक भूमि पर वृक्षारोपण करने वाले हितग्राहियों को 50 प्रतिशत अनुदान देने का प्रावधान किया गया है। इस दौरान प्रमुख रूप से कृषि उपज मंडी अध्यक्ष हीरा बंजारे, नगरपालिका अध्यक्ष राशि महिलांग, बीज अनुसंधान समिति के संचालक दाउलाल चंद्राकर, दिलीप चंद्राकर सहित डीएफओ पंकज राजपुत, स्वामी आत्मानंद स्कूल की प्राचार्य अमी रूफस, प्रमोद कुमार कन्नौजे, जी आर टांडेकर, शशबीर कौर, दिवयेश वाणी, विकास यादव, नेहा दुबे, आकांक्षा जैन, आकांशा भोई, कल्याणी सोनकर, डी बसंत साव, प्रभात गुप्ता, हीरालाल जोशी, तृषा शर्मा, सुरेश यादव, मनीषा कन्नौजे आदि मौजूद रहे।