Tulsi Plant Vastu: मलमास में न करें तुलसी से जुड़ी ये गलतियां, मां लक्ष्मी हो जाती हैं नाराज

Tulsi Plant Vastu: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत पूजनीय माना गया है। तुलसी के पौधे के वैज्ञानिक और औषधीय लाभ हैं। अधिकांश घरों में तुलसी का पौधा होता है। जिस घर में तुलसी का पौधा होता हैं, वहां सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। तुलसी की पूजा करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। वहीं मलमास का प्रारंभ हो चुका है। मलमास या अधिकमास भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है। इस महीने तुलसी के पौधे से जुड़ी कुछ गलतियां अशुभ परिणाम देती हैं। वैसे तो तुलसी के पौधे से जुड़े इन नियमों का हमेशा ही पालन करना चाहिए, लेकिन मलमास में विशेष रूप से ध्यान रखें।

तुलसी से जुड़े नियम

साफ-सफाई रखें

तुलसी का पौधा जहां भी रखें, वहां साफ-सफाई होनी चाहिए। तुलसी को कभी भी अंधेरे में नहीं रखना चाहिए। साथ ही रोज शाम को तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी घर में वास करेंगी।

गमले में लगाएं

तुलसी के पौधे को कभी भी जमीन में न लगाएं, इसे हमेशा किसी गमले या मिट्टी का कोट बनाकर उसमें लगाएं। तुलसी के पौधे के पास कभी भी कांटेदार या अशुभ पौधे न लगाएं।

इस दिन जल अर्पित न करें

तुलसी के पौधे में कभी भी रविवार और एकादशी के दिन जल अर्पित न करें। ना ही इन दो दिनों तुलसी को छुएं, ना तुलसी की पत्तियां तोड़ें।

सूखा पौधा न लगे रहने दें

तुलसी का सूखा पौधा ना लगा रहने दें। तुलसी का पौधे सूख जाए तो उसे सम्मान पूर्वक किसी नदी में प्रवाहित कर दें। साथ ही उसकी जगह दूसरा पौधा लगा दें। तुलसी का पौधे सूखना अशुभ होता है।

इस दिशा में रखें

तुलसी की सूखी पत्तियों को फेंके नहीं, बल्कि तुलसी के पौधे को मिट्टी में ही डाल दें। तुलसी के पौधे को दक्षिण दिशा में ही रखें। इसे पूर्व, उत्तर या उत्तर पूर्व में रख सकते हैं।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button