Defence: रक्षा मंत्रालय ने फ्रांस से 26 राफेल और 3 स्कॉर्पीन पनडुब्बियां खरीदने को दी प्रारंभिक मंजूरी

Defence Deal with France: देश की सेना की ताकत में जल्द ही काफी इजाफा होनेवाला है। सोमवार को रक्षा मंत्रालय ने फ्रांस से 26 राफेल लड़ाकू विमान और तीन स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियों को खरीदने की योजना को प्रारंभिक मंजूरी दे दी। एएनआई के मुताबिक सरकारी सूत्रों ने बताया कि प्रस्तावों को रक्षा मंत्रालय के रक्षा खरीद बोर्ड द्वारा पहले ही मंजूरी दे दी गई थी और अब संभवतः 13 जुलाई को इस पर रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) में चर्चा की जाएगी। सूत्रों ने कहा कि डीएसी द्वारा आवश्यकता की स्वीकृति दिए जाने के बाद इस सप्ताहप्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान इस सौदे की घोषणा होने की संभावना है।

नौसेना की बढ़ेगी ताकत

प्रस्तावों के अनुसार, भारतीय नौसेना को चार प्रशिक्षक विमानों के साथ 22 सिंगल सीटेड राफेल समुद्री विमान मिलेंगे। नौसेना इन लड़ाकू विमानों और पनडुब्बियों को तत्काल हासिल करने के लिए दबाव डाल रही है क्योंकि देश भर में सुरक्षा चुनौतियों के मद्देनजर इनकी कमी हो रही है। दरअसल देश के दो विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य और विक्रांत पर अभी भी मिग-29 ही हैं, और दोनों पर राफेल जैसे उन्नत विमान की जरूरत है।

इस बीच, तीन स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियों को नौसेना द्वारा प्रोजेक्ट 75 के हिस्से के रूप में हासिल किया जाएगा, और उन्हें मुंबई में मझगांव डॉकयार्ड्स लिमिटेड में बनाया जाएगा।

कितनी होगी लागत?

अनुमान है कि ये सौदा 90,000 करोड़ रुपये से अधिक का होगा, लेकिन अंतिम लागत का पता अनुबंध पर हस्ताक्षर होने के बाद ही चलेगा, जिसे सौदे की घोषणा के बाद प्रकाशित किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक भारत इस सौदे में मूल्य में रियायत की मांग कर सकता है और योजना में अधिक ‘मेक-इन-इंडिया’ सामग्री रखने पर जोर देगा।

उद्योग के सूत्रों ने कहा कि भारत और फ्रांस द्वारा सौदे पर बातचीत के लिए एक संयुक्त टीम बनाने की उम्मीद है, जैसा कि पिछले 36 राफेल लड़ाकू विमानों के लिए किया गया था। बातचीत के बाद दोनों पक्षों द्वारा डील को अंतिम रूप दिया जाएगा और फिर भारत इसे हासिल कर सकेगा।

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