हिंसा के बाद इमरान को झटके पर झटका, लंबी होती जा रही पार्टी छोड़ने वालों की लिस्ट
इस्लामाबाद. .इमरान खान की गिरफ्तारी और हिंसा के बाद उनकी पार्टी पीटीआई को एक के बाद एक झटका लग रहा है। पार्टी के कई बड़े नेता इस्तीफा दे चुके हैं। अब पाकिस्तान की पूर्व मानवाधिकार मंत्री और पीटीआई की वरिष्ठ नेता शिरीन माजारी ने भी राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। इसके अलावा फैयाजुल हसन चौहान ने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है।
बता दें कि इससे पहले आमिर महमूद कियानी, मलिक अमीन असलम, ममूद मौलवी और आफताब सिद्दीकी भी पार्टी छोड़ चुके हैं। 9 मई को इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद जमकर हिंसा हुई थी। सरकारी कार्यालयों, संसद भवन और सेना के मुख्यालय पर भी लोगों ने हमला कर दिया था। इन नेताओं ने इस हिंसा की निंदा की और फिर पार्टी छोड़ दी।
माजारी ने कहा, मैं पार्टी ही नहीं बल्कि राजनीति ही छोड़ रही हूं। मैंने हमेशा हर तरह की हिंसा खासकर सरकारी प्रतिष्ठानों और जनरल मुख्यालय, उच्चतम न्यायालय एवं संसद जैसे प्रतीकों के खिलाफ हिंसा की निंदा की है। मजारी ने कहा कि गिरफ्तारी का उनके स्वास्थ्य और परिवार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज से मैं पीटीआई का हिस्सा नहीं हूं, न ही सक्रिय राजनीति में शामिल हूं क्योंकि मेरे लिए प्राथमिकता मेरा परिवार, मेरी माता और बच्चे हैं।
मजारी (72) को 12 मई के बाद से चार बार गिरफ्तार किया जा चुका है और रिहा होने के बाद उन्होंने यह घोषणा की। पुलिस ने 12 मई को उन्हें उनके आवास से पकड़कर जेल भेजा था। खान के शासन में वह 2018 से 2022 तक मानवाधिकार मंत्री रही थीं।
फैयाजुल हसन ने कहा कि वह पाकिस्तान विरोधी तत्वों का पर्दाफाश करते रहेंगै। उन्होंने कहा, 9 मई को ऐसा कोई भी पीटीआई नेता नहीं था जो कि हिंसा को रोक सके। उन्होंने कहा, राजनेताओं से यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि वे देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाएं। मैं एक साल से पार्टी में साइडलाइन था। यहां तक कि मुझे जमन पार्क में इमरान खान से मिलने तक की इजाजत नहीं थी। फैयाजुल ने कहा कि वह राजनीति नहीं छोड़ रहे हैं।