स्थापना दिवस समारोह में पेश की गई सद्भावना की मिसाल
मदरसा शिक्षकों की समस्याओं का होगा निराकरण
रायपुर । छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के 21 वें स्थापना दिवस समारोह में प्रावीण्य सूची में उत्तीर्ण होने वाले छात्र-छात्राओं, उत्कृष्ट मदरसा शिक्षक, संचालकगण तथा समाज के प्रतिष्ठित जनों का सम्मान किया गया। कन्वेंशन हाल, सर्किट हाऊस रायपुर में आयोजित समारोह में सर्वधर्म सदभाव की मिसाल पेश करते हुए धर्म गुरू श्री कारी इमरान अशरफी, डाॅ.सुरेश शर्मा, रेवरेन्ट सुशील मसीह, ग्रंथी अमरीक सिंह का सम्मान किया गया।
स्थापना दिवस समरोह के मुख्यअतिथि श्री अरूण वोरा , विधायक दुर्ग तथा अध्यक्ष छ.ग. राज्य भंडार गृह निगम ने कहा कि मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हमारे दुर्ग शहर के सक्रिय कार्यकर्ता श्री अलताफ अहमद को छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड का अध्यक्ष मनोनीत किया है। अलताफ अहमद जी और मैं तीन दशक से साथ में काम कर रहे हैं। जिस काम को उन्हें सौंपा जाता है उसे बड़ी तन्मयता, निष्ठा और समर्पण की भावना से करते हैं। उन्होंने कहा कि मदरसा बोर्ड की बागडोर श्री अलताफ अहमद को सौंपी गई है जिसका फायदा सभी वर्ग को मिलेगा।
अध्यक्षता करते हुए श्री निर्मल कोसरे महापौर, नगर निगम भिलाई-चरौदा ने स्थापना दिवस की बधाई और शुभकामनाऐं दी। उन्होंने भाईचारा का संदेश देते हुए कहा कि हम सब भारत माता की संतान हैं, हिन्दू,मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी भाई हैं। उन्होंने कहा कि हम एकता के सूत्र में बंधे रहें और नफ़रत फैलाने वालों से सचेत रहें यही मेरा निवेदन है। श्री कोसरे ने कहा कि जो अच्छा काम कर रहा है उसे सहयोग करना आवश्यक है।
छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष श्री अलताफ अहमद ने स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि 21 वर्ष पूर्व 6 मई को छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड का गठन किया गया था। प्रदेश में लगभग 300 मदरसे पंजीकृत हैं। पंजीकृत मदरसों में कक्षा 1 से 8 तक नियमित कक्षाऐं संचालित हैं। हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी, उर्दू अदीब, उर्दू माहिर की परीक्षाऐं स्वाध्यायी विद्यार्थियों हेतु आयोजित की जाती हैं। मदरसों में धार्मिक शिक्षा के साथ ही आधुनिक शिक्षा भी दी जाती है। उन्होंने कहा कि मदरसों में पढ़ाने वालों की स्थिति जानकर बड़ा दुख हुआ। साढ़े चार वर्ष हो गए केन्द्र सरकार से शिक्षक मानदेय की 60 प्रतिशत राशि नहीं मिली है। जिसके कारण राज्य शासन की 40 प्रतिशत राशि जारी नहीं हो पा रही है। नियमानुसार जब तक केंद्रांश जारी नहीं होता तब तक राज्य शासन राज्यांश जारी नहीं करता। जबकि राज्य शासन प्रतिवर्ष बजट में राशि प्रावधानित कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैं श्री अरूण वोरा जी के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री जी से निवेदन करना चाहता हूं कि मदरसा शिक्षकों के मानदेय की समस्या
का निराकरण करने की कृपा करें। माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का चहुमुखी विकास हो रहा है। मुझे विश्वास है कि जब माननीय मुख्यमंत्री जी तक मदरसा शिक्षकों के मानदेय की बात पहुंचेगी तो उसका निराकरण जरूर होगा।
विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए श्री कुलदीप जुनेजा विधायक रायपुर उत्तर एवं अध्यक्ष छ.ग.गृह निर्माण मंडल ने कहा कि कुछ लोग पूरे देश में नफरत फैला कर हमें अलग करने की साजिश कर रहे हैं हमें उनसे सावधान रहना है। हमें एक साथ रह कर यह संदेश देना है कि हमारे छत्तीसगढ़ में ऐसी भावना नहीं है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री आर.एन.वर्मा (राज्यमंत्री दर्जा) उपाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग आयोग, श्री मोहम्मद असलम खान अध्यक्ष छ.ग. राज्य हज कमेटी ने भी संबोधित किया। समारोह में श्री इदरीस गांधी अध्यक्ष छ.ग.राज्य उर्दू अकादमी, डाॅ. सुरेश शर्मा अध्यक्ष छ.ग.संस्कृत विद्या मंडलम, श्री नंदकुमार सेन अध्यक्ष छ.ग. केश शिल्प बोर्ड,श्री धीरज बाकलीवाल महापौर नगर निगम दुर्ग, श्री शिव सिंह ठाकुर उपाध्यक्ष रायपुर विकास प्राधिकरण, डाॅ. नज़ीर अहमद कुरैशी उपाध्यक्ष छ.ग.राज्य उर्दू अकादमी , श्री राजेश यादव सभापति नगर निगम दुर्ग, श्री गया पटेल अध्यक्ष दुर्ग जिला कांग्रेस कमेटी एवं श्री इकबाल अहमद रिजवी पूर्व अध्यक्ष छ.ग.अल्पसंख्यक आयोग विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। छ.ग.मदरसा बोर्ड के सचिव डाॅ. इम्तियाज़ अहमद अंसारी ने आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यगीत से हुआ। प्रारंभ में श्री तौहीद खान, श्री शिवाकांत तिवारी, श्री पाशी अली, श्री इस्माईल अहमद, श्री आमिर खान, श्री हेमंत तिवारी एवं श्री अमजद खान ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पार्षदगण, मदरसा संचालक गण, मदरसों के शिक्षक-शिक्षिकाऐं, छात्र-छात्राऐं एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।