पीसीएस में जांच के बाद 2000 से अधिक अभ्यर्थी बाहर, प्रीलिम्स के एडमिट कार्ड जल्द
प्रयागराज. उत्तर प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा (पीसीएस) 2023 के लिए आवेदन पत्रों की जांच के बाद दो हजार से अधिक अभ्यर्थियों को बाहर कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस 2023 के लिए 10 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। प्रारंभिक रिपोर्ट में 5.70 लाख अभ्यर्थियों के आवेदन की बात सामने आई थी। हालांकि इनमें से कई अभ्यर्थियों ने एक बार से अधिक आवेदन किया था। जांच के बाद ऐसे दो हजार से अधिक आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं। अंतिम रूप से कुल 567657 (392733 पुरुष व 174924 महिला) आवेदन सही मिले हैं।
एसडीएम, डिप्टी एसपी समेत विभिन्न प्रकार के 173 पदों के लिए आयोग 14 मई को प्रारंभिक परीक्षा कराएगा। पिछली बार पीसीएस-2022 के लिए कुल 6,02,974 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। प्रीलिम्स परीक्षा का एडमिट कार्ड जल्द जारी होगा।
इस बार की पीसीएस परीक्षा पहले से अलग होगी। यूपी सरकार ने इस साल से पीसीएस मुख्य परीक्षा से वैकल्पिक विषय की अनिवार्यता को समाप्त करते हुए इसके स्थान पर उत्तर प्रदेश पर आधारित सामान्य ज्ञान के दो प्रश्नपत्र (पांच और छह) जोड़ दिए हैं। अब पीसीएस में सफलता पाने के लिए प्रतियोगी छात्रों को भारत के विकास में उत्तर प्रदेश की भूमिका का भी अध्ययन करना होगा। पिछले साल तक मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्र में यूपी पर आधारित सात टॉपिक पूछे जाते थे। इस बार दो नये प्रश्नपत्र जुड़ने से यूपी पर आधारित टॉपिक की संख्या बढ़कर 43 हो गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मेन्स में हुए इस बदलाव से प्रदेश के प्रतियोगी छात्रों की पीसीएस बनने की राह पहले की तुलना में आसान हो जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि यूपी आधारित दो नए प्रश्न पत्र होने के बाद संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की मुश्किलें काफी बढ़ जाएंगी।