भारतीय खिलाड़ियों को क्यों विदेशी T20 लीग में खेलने की जरूरत नहीं
नई दिल्ली. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) दुनिया की सबसे बड़ी टी20 लीग है। इस लीग ने सैकड़ों भारतीय घरेलू खिलाड़ियों का ही नहीं, बल्कि विदेशी खिलाड़ियों का भी जीवन बनाया है। हालांकि, बीसीसीआई की इसलिए आलोचना होती है कि वे अपने खिलाड़ियों को विदेशी लीग में खेलने नहीं देती है, लेकिन विदेशी खिलाड़ियों को आईपीएल में मौका देती है। इसी को लेकर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर कामरान अकमल ने कहा है कि बीसीसीआई सही चीज कर रही है।
कामरान अकमल से जब ये पूछा गया कि क्या कभी भारतीय खिलाड़ियों को पीएसएल में अनुमति मिलनी चाहिए? तो इसके जवाब में उन्होंने नादिर अली के पॉडकास्ट में कहा, “भारतीय बोर्ड अपने खिलाड़ियों को विदेशी टी 20 लीग में खेलने की अनुमति नहीं देकर सही काम कर रहा है। वे जानते हैं कि आईपीएल दो महीने तक चलता है, और फिर बहुत सारे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट भी हैं। खिलाड़ी आर्थिक रूप से इतने मजबूत हैं कि उन्हें अन्य लीगों में जाने और खेलने की कोई आवश्यकता नहीं है।”
2008 के आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने वाले कामरान अकमल बोले, “हमारा बोर्ड इससे भी सीख सकता है, क्योंकि यह खिलाड़ियों के करियर को लम्बा खींच सकता है। उनके पास 14 से 15 खिलाड़ी हैं जिन्होंने सौ से अधिक टेस्ट मैच खेले हैं, जबकि हमारे पास सिर्फ दो या तीन ऐसे खिलाड़ी हैं। भारत अपने क्रिकेट और उनके खिलाड़ियों को महत्व देता है। आईपीएल खिलाड़ियों को बहुत भुगतान करता है। BBL IPL के सामने कुछ भी नहीं है। दुनिया में कोई भी लीग आईपीएल से मेल नहीं खा सकती।”