केंद्र के साथ लंबी खींचतान के बाद सुप्रीम कोर्ट को मिले 5 नए जज
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट और केंद्र के लगभग दो महीने के खींचतान के बाद आखिरकार शनिवार को पांच जजों की नियुक्ति पर मोहर लग गई। ये पांच जज सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ले ली है। सुप्रीम कोर्ट की नई बिल्डिंग में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ इन जजों को शपथ दिलाई इन नियुक्तियों के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या 32 हो गई है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में कुल संख्या 34 जजों की होनी चाहिए। आइए जानते हैं कि ये पांच जज कौन हैं।
जस्टिस पंकज मिथल
जस्टिस पंकज मिथल राजस्थान हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश थे। वैसे उनका मूल कैडर इलाहाबाद हाई कोर्ट का है । उनका ज्म 17 जून 1961 को हुआ था। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया था। इसके बाद उन्होंने मेरठ कॉलेज से एलएलबी पूरी की। इसके बाद वह उत्तर प्रदेश बार काउंसिल में रजिस्टर होकर वकील के रूप में प्रैक्टिस करने लगे। वह जम्मू-कश्मीर के चीफ जस्टिस के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।7 जुलाई 2006 में उन्हें इलाहाबाद हाई कोर्ट का जज बनाया गया था। 2008 में वह स्थायी जज बने।
जस्टिस संजय करोल
जस्टिस संजय करोल मूलतः हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट कैडर से हैं। वह पटना हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के तौर पर कार्यरत थे। उनका जन्म 23 अगस्त 1961 को हुआ था। उन्होंने शुरुआती पढ़ाई शिमला में की और इसके बाद शिमला के ही गवर्नमेंट डिग्री कॉलेजे स्नातक पूरा किया। वह कांगड़ा जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने हिमाचल विश्वविद्यालय से लॉ की डिग्री ली। इसके बाद वकील के रूप में प्रैक्टिस करने लगे। 2007 में उन्हें हिमाचल हाई कोर्ट के जज के रूप में पदोन्नत किया गया था। वह त्रुपुरा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर भी काम कर चुके हैं।
जस्टिस पीवी संजय कुमार
जस्टिस पीवी संजय कुमार मणिपुर हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के तौर पर कार्यरत थे। वह मूलतः तेलंगाना हाई कोर्ट कैडर के हैं। उन्होंने निजाम कॉलेज हैदराबाद से स्नातक पूर् किया था। इसके बाद 1988 में दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की। इसी साल उन्होंने बार काउंसिल में रजिस्ट्रेशन करवाया। वह तेलंगाना के अडिशनल जज के तौर पर 2008 में पदोन्नत किए गए थे। वह पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में भी सेवा दे चुके हैं।
जस्टिस अहसानुद्दीन अमानतुल्लाह
जस्टिस अमानतुल्लाह पटना हाई कोर्ट में सेवा देरहे थे। वह बिहार के ही रहने वाले हैं औऱ उन्होंने पटना लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की थी। इसके बाद वह पटना हाई कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे थे। अक्टूबर 2021 में उन्हें कुछ समय के लिए तेलंगाना हाई कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गाय ता। इसके बाद पिछले साल वह फिर से पटना हाई कोर्ट पहुंचे।
जस्टिस मनोज मिश्रा
जस्टिस मनोज मिश्रा इलाहाबाद हाई कोर्ट में जज के तौर पर कार्यरत थे। उन्होंने 1988 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटीस से कानून की डिग्री ली थी। इसके बाद हाई कोर्ट में वह प्रैक्टिस कर रहे थे। साल 2011 में उन्हें हाई कोर्ट के जज के रूप में पदोन्नत किया गया था।