शाहिद अफरीदी ने जिसे बनाया जीरो से हीरो, आज दुनिया उसे कर रही है सलाम
नई दिल्ली . न्यूजीलैंड के खिलाफ कराची टेस्ट मैच ड्रॉ कराने में सबसे अहम भूमिका पाकिस्तान के विकेट कीपर बल्लेबाज सरफराज अहमद ने निभाई। एक समय ऐसा था जब 319 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मेजबानों ने 80 रनों पर अपने 5 विकेट गंवा दिए थे, इसमें कप्तान बाबर आजम का भी बड़ा विकेट शामिल था। उस समय कहा जा रहा था कि पाकिस्तान यह मैच हार जाएगा और न्यूजीलैंड सीरीज 1-0 से अपने नाम कर लेगी। मगर इस दौरान सरफराज दीवार की तरह क्रीज पर खड़े हो गए और डट कर कीवी गेंदबाजों का सामना किया। सरफराज ने 176 गेंदों पर 9 चौकों और 1 छक्के की मदद से 118 रनों की शानदार पारी खेली। उनकी इस पारी के दम पर मेजबान टीम मैच ड्रॉ कराने में कामयाब रही। मैच के बाद हर कोई सरफराज की इस पारी की जमकर तारीफ कर रहा है।
लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि सरफराज की पाकिस्तान टीम में वापसी में अहम भूमिका किसने निभाई। यह और कोई नहीं बल्कि पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी है। सरफराज ने न्यूजीलैंड सीरीज से पहले आखिरी टेस्ट 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था। इसके बाद सरफराज ने घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा परफॉर्म करने के साथ अपनी फिटनेस पर भी काम किया, मगर उन्हें टीम में मौका नहीं मिल रहा था।
जब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में तखता पलट हुआ तो शाहिद अफरीदी को सीरीज के लिए मुख्य चयनकर्ता के रूप में चुना गया। शाहिद ने सरफराज अहमद की टीम में वापसी कराई और बाबर आजम को सलाह दी की उन्हें मोहम्मद रिजवान की जगह प्लेइंग इलेवन में भी शामिल किया जाए। सरफराज ने इस मौके का जमकर फायदा उठाया और घरेलू सीरीज में तीन अर्धशतक के साथ एक शतकीय पारी खेली। सरफराज इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे साथ ही उन्हें मैन ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से भी नवाजा गया।
उनके इस लाजवाब प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम के ऑफ स्पिनर आर अश्विन समेत साथी विकेट कीपर मोहम्मद रिजवान ने भी तारीफ की। अश्विन ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘अभी अभी पाकिस्तान बनाम न्यूजीलैंड टेस्ट के आखिरी पल देखे। वास्तव में उल्लेखनीय। अच्छी बल्लेबाजी की सरफराज अहमद।’ वहीं मोहम्मद रिजवान ने लिखा ‘सैफी भाई द्वारा फिर से शानदार पारी। कड़ी मेहनत और अल्लाह पर भरोसा करने पर आपको यही मिलता है। मुझे सैफी भाई के मैन ऑफ द सीरीज होने से ऐसी ही खुशी जैसे ये मुझे मिला हो। बालकी यकीनन उस से भी ज्यादा। खुश रहें सरफराज अहमद भाई।’