मतांतरण पर सदन में हंगामा गर्भगृह में पहुंचे 13 विधायक निलंबित कांग्रेस बोली- गृहमंत्री का जवाब..

रायपुर। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन शून्‍यकाल में विपक्षी विधायकों ने मतांतरण का मुद्दा उठाया और स्थगन के माध्यम से चर्चा कराने की मांग की। भाजपा और जनता कांग्रेस छत्त्तीसगढ़ (जकांछ) के विधायक नारायणपुर में आदिवासियों और पुलिस के बीच हुई मारपीट पर गृहमंत्री से जवाब मांग रहे थे। इस पर सत्त्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई। विपक्षी विधायक हंगामा और नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में पहुंच गए। इस पर सभापति ने 13 विधायकोें को निलंबित कर दिया। उधर, नारायणपुर में मंगलवार को कर्फ्यू के हालात रहे। पुलिस से मारपीट के मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष व सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक रूपसाय सलाम समेत 11 आदिवासी नेताओं को गिरफ्तार किया गया है।

सदन में राज्य सरकार केप्रवक्ता और मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि सदन मेें गृहमंत्री मौजूद थे और वह सदन को नारायणपुर की घटना की पूरी जानकारी देना चाहते थे, लेकिन प्रतिपक्ष का काम केवल हंमागा करना रह गया है। सदन मेें गृहमंत्री के बयान को आने देना था। इससे साफ हो जाता कि नारायणपुर मेें क्या स्थिति है। चौबे ने भाजपा केउस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया है कि बस्तर में सरकार प्रायोजित मतांतरण हो रहा है। मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि यह सब राजनीतिक लाभ केलिए कराया जा रहा है। भाजपा और आरएसएस वोट बैैंक के लिए विवाद करा रही हैं। आज केसमय मेें कोई भी व्यक्ति मतांतरण के पक्ष में नहीं है। कहीं शिकायत है, तो उसके नियम हैं, कानून हैं। उसकेअनुसार कार्रवाई होती है।

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि बस्तर में सरकार प्रायोजित मतांतरण हो रहा है। यह अब सिर्फ मतांतरण नहीं, राष्ष्ट्रांतरण तक पहुंच गया है। विदेशी लोगोें की घुसपैठ हो रही है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस सरकार के संरक्षण मेें चल रहे मतांतरण से हिंदू और आदिवासी समाज सुरक्षित नहीं है। भाजपा ने सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, जिसमेें पूरे मामले की जांच की जाएगी। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार की नीतियों के कारण बस्तर जल रहा है। नारायणपुर और कांकेर जिले के 50 गांव केलोग सड़कों पर उतर रहे हैं।

ये विधायक निलंबित

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, डा. रमन सिंह, धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, पुन्‍नूलाल मोहिले, शिवरतन शर्मा, सौरभ सिंह, केएम बांधी, रजनीश सिंह, रंजना साहू, डमरूधर पुजारी और जकांछ के प्रमोद शर्मा को निलंबित किया गया।

क्या है नारायणपुर घटना

जिले की ग्राम पंचायत एड़का के आश्रित ग्राम मर्रा में बीते रविवार को मतांतरण के विरोध में बैठक कर रहे आदिवासियों पर मिशनरियों के करीब 300 लोगों ने लाठी-डंडे से हमला कर दिया था। बचाव को पहुंची पुलिस पर भी हमला हुआ था। इसके विरोध में सोमवार को कई गांव के आदिवासी जिला मुख्यालय में रैली निकालने पहुंचे थे। उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठी भांजी तो आदिवासियों ने हमला कर दिया। इसमें एसपी सदानंद कुमार समेत कई पुलिस वाले घायल हो गए थे। आदिवासियों ने इस दौरान चर्च में तोड़फोड़ भी की थी।

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