हाथ से मोड़ते ही बीच से टूट गया महंगा Apple iPad
हजारों रुपये खर्च करने के बाद प्रीमियम iPad यूजर कम से कम इतनी उम्मीद तो करेगा ही कि उसका डिवाइस मजबूत हो। कैसा हो अगर जरा सा मोड़ते ही Apple iPad बीच से टूट जाए, सुनने में बेशक यह मजाक लगे लेकिन ऐसा सच में हुआ है। कैलिफोर्निया की टेक कंपनी Apple की ओर से लॉन्च किया गया iPad (2022) मजबूती से जुड़ा टेस्ट पास नहीं कर पाया और बीच से टूट गया।
लोकप्रिय यूट्यूबर जैक नेलसन अपने चैनल JerryRigEverything पर लेटेस्ट स्मार्टफोन्स और टेक प्रोडक्ट्स की मजबूती टेस्ट कर करते हैं। अपने ने वीडियो के लिए उन्होंने Apple iPad (2022) को चुना और वीडियो खत्म होने तक इस डिवाइस का जो हाल हुआ कि कोई भी देखकर सिर पीट लेगा। हालांकि, यह डिवाइस स्क्रैच और स्क्रीन ड्यूरेबिलिटी टेस्ट पास करने में सफल रहा लेकिन बाद में फेल हो गया।
स्क्रैच टेस्ट में भी ठीक-ठाक रहा रिजल्ट
यूट्यूबर ने नए आईपैड में मिलने वाले 10.9 इंच डिस्प्ले को स्क्रैच करने की कोशिश की तो हार्डनेस के लेवल 5 और 6 पर हल्के और लेवल 8 पर गहरे स्क्रैच आ गए। नेलसन ने बताया कि सैफायर ग्लास आम तौर पर लेवल 8 या 9 पर स्क्रैच होना शुरू होता है लेकिन लेवल 6 पर स्क्रैच होने के चलते डिस्प्ले की मजबूती ‘स्टैंडर्ड’ ही कही जाएगी। इसपर लगाया गया पेंट भी चाकू से स्क्रैच करने पर निकल हया, हालांकि बटन्स पर आसानी से स्क्रैच नहीं आते।
ज्यादा जोर लगाए बिना ही टूट गया iPad
वीडियो के आखिर में यूट्यूब ने आईपैड को हाथ से जरा सा मोड़ा और बिना ज्यादा ताकत लगाए ही यह बीच से टूट गया। दरअसल, आईपैड में कनेक्टिविटी के लिए तीन गोल्डेन डॉट्स पैड साइड में दिए गए हैं, जिनकी वजह से पूरा स्ट्रक्चर कमजोर हो जाता है। यह टेस्ट देखने के बाद शायद ही कोई अपना आईपैड लापरवाही से या फिर बैक पॉकेट में रखने की हिम्मत कर पाएगा। हल्का सा भी दबाव पूरे डिस्प्ले को खराब कर सकता है।
ऐपल और दूसरे टेक ब्रैंड्स लगातार एक नए ट्रेंड पर काम कर रहे हैं कि इलेक्ट्रॉनिक मोबाइल डिवाइसेज को पतले से पतला और हल्का बनाया जाए। इसका नुकसान यह होता है कि डिवाइस का स्ट्रक्चर कमजोर हो जाता है। मेटल बॉडी वाले Apple iPhone 6 मॉडल के मुड़ने के मामले सामने आने के बाद ऐपल ने आईफोन डिजाइन में बदलाव किए और अब आईपैड भी ऐसा ही बदलाव चाहते हैं।