बीजेपी प्रत्याशी ‘नेताम’ के साथ रेप केस में आरोपी है आरक्षक, रायपुर पुलिस लाइन में अटैच
भानुप्रतापपुर से भाजपा विधायक ब्रह्मानंद नेताम पर सामूहिक दुष्कर्म और नाबालिग को देह व्यापार में धकेलने के आरोपों में कानूनी घेराबंदी बढ़ रही है। मामला उजागर होने के बाद रायपुर एसएसपी ने एक आरक्षक को निलंबित कर दिया। वह भी झारखंड में दर्ज पॉक्सो एक्ट के उसी मामले में आरोपी है, जिसमें भाजपा उम्मीदवार के शामिल होने के आरोप लग रहे हैं।
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने रविवार रात एक आदेश जारी कर आरक्षक केशवराम सिन्हा को निलंबित कर दिया। यह सिपाही रायपुर के न्यू राजेंद्र नगर थाने में पदस्थ था। निलंबन के बाद सिपाही को रायपुर पुलिस लाइन में अटैच कर दिया गया है। निलंबन आदेश के मुताबिक झारखंड के पूर्वी सिंहभूमि के टेल्को थाने में दर्ज नाबालिग से दुष्कर्म और अनैतिक देह व्यापार के मामले की एफआईआर में आरक्षक की संलिप्तता की जानकारी सामने आई है। नाबालिग पीड़िता के साथ घटित अपराध की अत्यंत गंभीर धाराओं के आरोपी आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।
रायपुर में सिपाही का निलंबन आदेश।
बताया जा रहा है, इस मामले में अब झारखंड के साथ रायपुर पुलिस भी सक्रिय हो गई है। जल्दी ही इस केस में गिरफ्तारी भी शुरू हो जाएगी। 2019 में दर्ज इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसमें दो लोग छत्तीसगढ़ के हैं। इसमें आरोपी बनाई गई एक महिला रायपुर के शदाणी दरबार के पर एक मकान में रहती थी। पुलिस ने उसे वहीं से गिरफ्तार किया था। जिस नाबालिग से दुष्कर्म हुआ उसे भी रायपुर में ही रखा गया था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया, निलंबित सिपाही केशवराम सिन्हा भी कांकेर के चारामा का ही रहने वाला है। पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम भी चारामा के हैं। बताया जा रहा है, उस अपराध की चार्जशीट में इस सिपाही का भी नाम है। उसके मुताबिक सिपाही भी नाबालिग के साथ दुष्कर्म के अपराध में सहायक रहा है।
सिपाही के निलंबन के साथ एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने इस मामले में रायपुर की महिला सेल को भी सक्रिय कर दिया है। उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जांच के लिए बनी विशेष यूनिट-IUCAWकी डिप्टी एसपी को मामले की जांच का आदेश दिया है। इसकी रिपोर्ट सात दिन के भीतर मांगी गई है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने रविवार शाम कांकेर में प्रेस के सामने ब्रह्मानंद नेताम पर दुष्कर्म के अपराध में शामिल होने के आरोप लगाए थे। इसके साथ ही भाजपा ने भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ चौतरफा मोर्चा खोल दिया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने झारखंड और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों से नेताम की गिरफ्तारी की मांग की है। इसके साथ ही निर्वाचन आयोग से शपथपत्र में झूठी सूचना देने के आधार पर नामांकन निरस्त करने की शिकायत करने की भी तैयारी है। कांग्रेस नेता सोमवार को निर्वाचन आयोग से इसकी औपचारिक शिकायत करेंगे।
कांग्रेस के आरोपों के मुताबिक 15 मई 2019 को झारखंड के जमशेदपुर में एक एफआईआर दर्ज हुई। इसमें एक 15 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म और जबरन देह व्यापार में धकेलने का अपराध दर्ज था। मामले में पांच लोग नामजद आरोपी बनाए गए थे। पुलिस ने विवेचना शुरू की तो छत्तीसगढ़ के दो लोगों को गिरफ्तार किया। उसके बाद जो चालान पेश हुआ उसमेें चारामा निवासी पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम का नाम भी शामिल है। मामले में पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और जांच अब भी जारी है।