सुप्रीम कोर्ट : महाराष्ट्र के राजनीतिक घमासान पर सभी की नजरें
मुंबई. ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस कृष्ण मुरारी और हिमा कोहली की बेंच महाराष्ट्र के सियासी घमासान को लेकर दायर शिवसेना के दोनों खेमों की याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सुनवाई के दौरान शिंदे पक्ष के वकील से कहा कि हमनें 10 दिन के लिए सुनवाई टाली थी। लेकिन आपने सरकार बना ली और स्पीकर को भी बदल दिया।
इस सवाल का जवाब शिंदे कैंप के वकील हरीश साल्वे ने दिया और कहा कि उद्धव ठाकरे ने खुद ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। साथ ही उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति या नेता पूरी पार्टी नहीं हो सकता है। जिसके बाद चीफ जस्टिस रमना ने कहा कि हम कल फिर इस मामले की सुनवाई सुबह 10.30 बजे करेंगे।
वहीं इससे पहले उद्धव गुट के वकील कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी दलीले रखी थी। सिब्बल ने कहा कि दो तिहाई विधायक अगर शिवसेना से अलग होना चाहते हैं तो उन्हें किसी दल में विलय करना होगा या फिर नई पार्टी बनानी पड़ेगी। वे यह नहीं कह सकते हैं कि मूल पार्टी हैं।
गौर हो कि सुप्रीम कोर्ट में पिछले सुनवाई के शिंदे गुट ने तर्क दिया था कि उद्धव के पास सिर्फ 16 विधायक हैं और हमारे पास 39 विधायको का समर्थन है। इस हिसाब से हम बागी कैसे हो गए।