कांच की चूड़ियां पहनने से बुध ग्रह को मिलती है मजबूती, जानिए क्या हैं चूड़ी पहनने के सही नियम
नई दिल्ली. वैज्ञानिक दृष्टि से ऐसी कई श्रृंगार की चीजें हैं जिनका संबंध आपके स्वास्थ्य से बताया गया है। वहीं माना जाता है कि कांच की चूड़ियां कब कलाई पर टकराती हैं तो इससे महिलाओं के रक्त संचार में वृद्धि होती है। इसके अलावा रंग-बिरंगी चूड़ियां ना केवल हाथों की शोभा बढ़ाती हैं बल्कि इन्हें सौभाग्य का भी प्रतीक माना जाता है। वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एक स्त्री की चूड़ियां पहनने के तरीके और रंग का प्रभाव उसके पति के जीवन पर भी पड़ता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगलवार और शनिवार के दिन चूड़ियां खरीदना अशुभ माना जाता है। ऐसा करना आपके पति का दुर्भाग्य लाता है। वहीं कांच की चूड़ियां पहनने के लिए शुक्रवार और रविवार को सबसे शुभ दिन माना गया है। इसे आपके पति की सेहत और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है।
शास्त्रों में माना गया है कि एक शादीशुदा स्त्री को कभी काले या सफेद रंग की चूड़ियां नहीं पहननी चाहिएं। मान्यता है कि इस रंग की चूड़ियां पहनने से यह आपके पति के जीवन में नकारात्मकता को बढ़ावा देती हैं।
ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक चुंडियों का आकर गोल होने के कारण इनका संबंध बुध और चंद्रमा ग्रह से बताया गया है। इसलिए अगर आप सोने की चूड़ियां भी पहनती हैं तो इसके साथ ही कांच की चूड़ियां पहनने से कुंडली में बुध ग्रह को मजबूती मिलती है। वहीं शुभ और पवित्र मानी जाने वाली कांच की चूड़ियां आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि करती हैं।
शास्त्रों में शुभता की प्रतीक मानी गई चूड़ियां पहनने समय ध्यान रखें कि कोई भी नई चूड़ी पहनने से पहले गौरी माता को जरूर समर्पित करें। नई चूड़ी सुबह या शाम के वक्त ही पहननी चाहिए। इससे आपके पति के सौभाग्य में वृद्धि होने के साथ ही आपका वैवाहिक जीवन भी सुखमय बना रहता है।