हंगामे के साथ शुरू हुआ विधानसभा का पहला सत्र
योगी 2.0 सरकार की सत्ता में वापसी के बाद आज 18वीं विधानसभा का पहला सत्र शुरू हो चुका है. सत्र की शुरुआत गर्वनर आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के साथ की गई है. सत्र के लिए सरकार के साथ विपक्ष ने भी पूरी तैयारी कर ली है. ऐसे में प्रदेश की कानून-व्यवस्था के साथ विपक्ष ने कई अहम मुद्दों को लेकर सरकार का जमकर घेराव किया. जिसके चलते पहले दिन के सत्र की शुरुआत हंगामें के साथ हुई
महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ सपा का प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा का आज पहला सत्र है. ऐसे में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव विधानसभा भवन पहुंच गए हैं. विधानसभा की गैलरी में सपा सदस्यों ने महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी प्रदर्शन में शामिल हुए. ऐसे में शोरगुल और नारेबाजी के बीच राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अभिभाषण पढ़ा.
विधानसभा में लगे राज्यपाल वापस जाओ के नारे
जैसा की कयास लगाए जा रहे थे कि विपक्ष महंगाई और बेरोजगारी समेत विभिन्न मुद्दों पर विधानसभा में सरकार का घेराव करेगा, जोकि विधानसभा में देखने को भी मिला. विधानसभा में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शोरगुल और नारेबाजी के बीच अभिभाषण पढ़ा. इस बीच सपा और आरएलडी के विधायकों ने जमकर हंगामा काटा. पोस्टर और बैनर लेकर विधायकों ने बीजेपी सरकार का विरोध किया.
बजट सत्र से पहले सीएम योगी ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
सत्र से एक दिन पहले यानी 22 मई को सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में सर्वदलीय बैठक की. बैठक में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, सपा से इंद्रजीत सरोज, आराधना मिश्रा मोना और राजा भैया और बसपा विधायक उमाशंकर जैसे दिग्गज नेता भी मौजूद रहे. इस बैठक का आयोजन विधान मंडल के बजट सत्र को ध्यान में रखते हुए किया गया.
महंगाई और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घरने की तैयारी
इधर, सत्र से एक दिन पहले सपा के विधान मंडल दल की बैठक का भी आयोजन किया गया. अखिलेश यादव की अध्यक्षता में समाजवादी पार्टी के दफ्तर में विधायकों की बैठक की गई. बैठक में सपा के सभी विधान सभा सदस्य बुलाए गए थे. इसके अलावा विधान परिषद सदस्यों को भी बुलाया गया है. विपक्ष ने महंगाई और कानून व्यवस्था समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर सदन में सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है.
दरअसल, 26 मई को सरकार दोनों सदनों में वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट पेश करेगी. योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट होगा. विधानमंडल के पिछले सत्र के बाद लाए गए चार अध्यादेशों के प्रतिस्थानी विधेयकों को भी सरकार बजट सत्र में पारित कराएगी.