छत्तीसगढ़ में शराब पर सियासत: अजय चंद्राकर ने पूर्व CM भूपेश बघेल को दिया करारा जवाब, कहा- मर्दों जैसी राजनीति करेंf
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के बीच शराब पर सियासत तेज हो गई है। चंद्राकर ने बघेल को चुनौती देते हुए कहा कि अगर बघेल में राजनीतिक नैतिकता है तो उनका पूरा वीडियो शेयर करें। चंद्राकर ने शराबबंदी को कांग्रेस का मुद्दा बताते हुए भाजपा की राजनीति पर निशाना साधा। वहीं, बघेल ने एप के जरिए शराब की जानकारी देने की योजना का मजाक उड़ाया है।
HIGHLIGHTS
- शराब पर सियासत फिर गर्माई, अजय चंद्राकर ने भूपेश बघेल को दी चुनौती।
- अजय चंद्राकर ने कहा, “अगर बघेल में नैतिकता है तो मेरा वीडियो शेयर करें।”
- भूपेश बघेल ने शराब बिक्री को लेकर नए ऐप की योजना का मजाक उड़ाया।
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य में शराब पर सियासत एक बार फिर गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा के विधायक अजय चंद्राकर के एक वीडियो को इंटरनेट पर शेयर किया है, जिसमें चंद्राकर शराब मुद्दे पर बयान देते नजर आ रहे हैं।
इस पर विधायक चंद्राकर ने भूपेश बघेल पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा, “अगर भूपेश बघेल में थोड़ी भी राजनीतिक नैतिकता है, तो मेरा पूरा वीडियो खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट और कांग्रेस के पेज पर शेयर करें।” चंद्राकर ने बघेल को चुनौती देते हुए कहा, “मर्दों जैसी राजनीति करें, नहीं तो जाकर टेस्टोस्टेरोन टेस्ट कराएं।”
आबकारी विभाग का नया ऐप: शराब की बिक्री को लेकर बढ़ी सख्ती
इस बीच, राज्य आबकारी विभाग ने शराब के बिक्री और उपलब्धता पर निगरानी रखने के लिए एक नया एप लॉन्च किया है। चंद्राकर ने इस एप के बारे में कहा, “यह एप उपभोक्ताओं को यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि वे नकली शराब से बचें और असली शराब खरीदें।” उन्होंने आगे कहा कि शराबबंदी कभी भाजपा का मुद्दा नहीं रहा, बल्कि यह कांग्रेस का ही मुद्दा था। “भाजपा झूठी गंगाजल की कसम खाने वाली राजनीति नहीं करती,” चंद्राकर ने कहा।
भूपेश बघेल का भाजपा पर तंज: ‘डबल इंजन’ का मजाक उड़ाया
इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर लिखा, “तो चलिए शुरू करते हैं ‘डबल इंजन’ की स्कूल बंद स्काच योजना का पहला निर्णय। मोदी की गारंटी और विष्णु के सुशासन ने मिलकर ‘मनपसंद एप’ लॉन्च किया है।”
“हमने बनाया है
बघेल ने आगे बताया कि इस एप के जरिए लोग यह जान सकेंगे कि किस शराब की दुकान में, किस कीमत पर और कौन सा ब्रांड उपलब्ध है। राज्य में शराब को लेकर बढ़ी सियासत और बयानबाजी के बीच, दोनों पक्ष अपने-अपने दृष्टिकोण से इस मामले पर तर्क और प्रतिवाद करते नजर आ रहे हैं।