UP Bypoll Election: यूपी की सभी 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीख बदली गई, जानिए कारण और अब किस दिन होगी वोटिंग
UP Vidhan Sabha Upchunav: चुनाव आयोग का कहना है कि कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद समेत विभिन्न राजनीतिक दलों ने त्योहार और धार्मिक आयोजनों को देखते हुए उत्तर प्रदेश में मतदान की तारीख में बदलाव की मांग की थी। यूपी के साथ ही पंजाब की चार और केरल की एक सीट पर भी मतदान की तारीख बदली गई है।
HIGHLIGHTS
- यूपी की 9 सीटों पर 13 नवंबर को होना था मतदान
- धार्मिक आयोजनों के हवाले से थी बदलाव की मांग
- राजनीतिक दलों ने जताई थी कम वोटिंग की आशंका
एजेंसी, नई दिल्ली (Uttar Pradesh Bypoll)। चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की सभी 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीख में बदलाव किया है। अब 13 नवंबर के स्थान पर 20 नवंबर को मतदान होगा। परिणाम 23 नवंबर को ही घोषित होगा।
उत्तर प्रदेश के साथ ही पंजाब की 4 और केरल की एक सीट के लिए भी तारीखों में बदलाव किया गया है। बता दें, 20 नवंबर को महाराष्ट्र की सभी 288 की सीटों पर वोटिंग होगी। वहीं झारखंड में 13 नवंबर और 20 नवंबर मतदान की तारीख है। दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ ही उत्तर प्रदेश समेत सभी उपचुनाव के परिणाम 23 नवंबर को आएंगे।
यूपी की इन 9 सीटों पर होना है विधानसभा उपचुनाव – UP ByPoll Assebly Election Seats
- करहल
- सीसामऊ
- कुंदरकी
- गाजियाबाद
- फूलपुरट
- मझवां
- कटेहरी
- खैर
- मीरापुर
सपा का दावा, चाहे तारीख बदल लो, सभी सीटों पर हारोगे
चुनाव की तारीख बदले जाने पर सबसे पहले समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहे मतदान की तारीख बदल ले, सच्चाई यह है कि सभी 9 सीटों पर उसकी हार होने जा रही है।
चार दलों ने की थी तारीख बदलने की मांग
बता दें, 13 तारीख को देवउठनी एकादशी है। उसी दिन तुलसी विवाह भी होता है। उत्तर प्रदेश में यह त्योहार प्रमुखता से मनाया जाता है। विभिन्न धार्मिक और सामाजिक आयोजन होते हैं।
चुनाव आयोग ने भाजपा समेत विभिन्न दलों की इसी मांग पर विचार करते हुए तारीख बदली है। दलों का कहना था कि 13 नवंबर को चुनाव होने से मतदान प्रतिशत पर असर पड़ सकता है।
यूपी विधानसभा उपचुनाव (UP Vidhan Sabha Upchunav) : कांग्रेस ने लड़ रही
यूपी विधानसभा उपचुनाव में इस बार भाजपा और सपा का मुकाबला है। कांग्रेस ने इस बार अपने उम्मीदवार नहीं उतारने और सपा प्रत्याशियों का समर्थन करने का फैसला किया है।
हालांकि यूपी कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा अपने आलाकमान के इस फैसले से खुश नहीं है।