Shardiya Navratri 2024: इस स्तोत्र के बिना अधूरी है मां कात्यायनी की पूजा, आर्थिक तंगी से मिलती है निजात
नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा करने से आय सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। इसके साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होता है। साधक भक्ति भाव से जग की देवी मां कात्यायनी की पूजा करते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो शारदीय नवरात्र (Maa Katyayani Stotra) की षष्ठी तिथि पर सौभाग्य योग का निर्माण हो रहा है।
- नवरात्र की षष्ठी तिथि पर मां कात्यायनी की पूजा की जाती है।
- मां कात्यायनी की पूजा करने से साधक को मनचाहा वर मिलता है।
- शारदीय नवरात्र की षष्ठी तिथि पर सौभाग्य योग का निर्माण हो रहा है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। शारदीय नवरात्र के षष्ठी तिथि मां कात्यायनी (Shardiya Navratri 2024 Upay) को समर्पित होता है। इस शुभ अवसर पर साधक भक्ति भाव से मां कात्यायनी की पूजा करते हैं। साथ ही मां कात्यायनी के निमित्त व्रत रखते हैं। मां कात्यायनी की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। मां कात्यायनी ममता की सागर हैं। अपने भक्तों के सभी दुख हर लेती हैं। वहीं, दुष्टों को संहार करती हैं। साधक श्रद्धा भाव से मां कात्यायनी की पूजा एवं साधना करते हैं। अगर आप भी मां कात्यायनी (Maa Katyayani Stotra) की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो शारदीय नवरात्रके छठे दिन भक्ति भाव से मां की पूजा करें। इसके साथ ही पूजा के समय चंडी कवच का पाठ करें।