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Hanuman Puja Samagri: हनुमान जन्मोत्सव पर पूजा में शामिल करें ये चीजें, अभी से कर लें तैयारी

HIGHLIGHTS

  1. सनातन धर्म में हनुमान जन्मोत्सव उत्साह के साथ मनाया जाता है।
  2. हर वर्ष चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती मनाई जाती है।
  3. हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल हनुमान जन्मोत्सव 23 अप्रैल 2024 को मनाई जाएगी।

धर्म डेस्क, इंदौर। सनातन धर्म में हनुमान जन्मोत्सव उत्साह के साथ मनाया जाता है। हर वर्ष चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती मनाई जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल हनुमान जन्मोत्सव 23 अप्रैल 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन बजरंग बली की विशेष पूजा की जाती है। आप भी चाहते हैं कि महाबली हनुमान की पूजा निर्विघ्न संपन्न हो जाए और किसी तरह की बाधा न आए तो इसके लिए पहले से तैयारी कर लें। पूजा में जिन चीजों की आवश्यकता होती है, उन्हें पहले ही लाकर रख लें।

 
 

हनुमान जयंती पूजन सामग्री

हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ति, चमेली का तेल, धूप, अगरबत्ती, इलायची, वस्त्र, चरण पादुका, जनेऊ, अक्षत, फल, माला, गाय का घी, दीपक, हनुमान चालीसा, लाल फूल, सिंदूर, पान का बीड़ा, ध्वज, शंख, घंटी, लाल लंगोट, लौंग, मोतीचूर के लड्डू आदि।

 

इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा

चैत्र माह के शुक्ल पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 23 अप्रैल, 2024 को सुबह 03.25 बजे होगा। इस तिथि का समापन 24 अप्रैल, 2024 को सुबह 05.18 मिनट पर होगा। इसलिए उदया तिथि के अनुसार, हनुमान प्रकट उत्सव 23 अप्रैल 2024 को मनाया जाएगा।

इन मंत्रों का करें जाप

ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय

सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा!

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ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमित विक्रमाय

प्रकट-पराक्रमाय महाबलाय सूर्य कोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।

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मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।

वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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