Rain In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में मानसून की विदाई से पहले मौसम लेगा यूटर्न, दो दिन जमकर बरसेंगे बादल
छत्तीसगढ़ में मानसून विदाई से पहले एक बार फिर से सक्रिय हो गया है, जिससे अगले दो दिनों में कई क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना है। राज्य में आमतौर पर 12 अक्टूबर तक मानसून की विदाई हो जाती है, और अक्टूबर के महीने में बारिश की गतिविधियां कम देखी जाती हैं।
HIGHLIGHTS
- दो दिनों तक गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना।
- मानसून की फिर सक्रियता से लोगों को गर्मी और उमस से मिलेगी राहत।
- रायपुर में तापमान 36.4°C और अंबिकापुर में तापमान 21.8°C दर्ज।
रायपुर(Rain in Chhattisgarh)। विदाई की बेला में छत्तीसगढ़ में मानसून एक बार फिर यूटर्न ले लिया है। आगामी दो दिनों में प्रदेश के कई इलाकों में गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती है। प्रदेश में मानूसन की बिदाई 12 अक्टूबर तक हो जाती है। अक्टूबर में बारिश की गतिविधियां कम ही रहती हैं। अब फिर से मानसून की सक्रियता से गर्मी, उमस और तेज धूप से लोगों को राहत मिलेगी। इस बार मानसून उत्तरी और मध्य भागों में फिर से सक्रिय हो रहा है।
शनिवार को प्रदेश के एक दो जगह पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मध्य छत्तीसगढ़ में दो दिनों तक होने वाली बारिश से अधिकतम तापमान 34 डिग्री रहने की संभावना है। मानसून की सक्रियता कम होने की वजह से प्रदेश में अधिकतम तापमान ज्यादा परिवर्तन होन की संभावना है। तेज धूप और गर्मी से लोग परेशान हैं। सर्वाधिक अधिकतम तापमान रायपुर में 36.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। सबसे कम न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर में दर्ज किया गया है।
दो दिन बारिश की संभावना
शनिवार को भी प्रदेश के एक-दो जगह पर हल्की से हल्की मध्यम बारिश होने की संभावना है। इसके वजह से छह अक्टूबर से आठ अक्टूबर तक उत्तर और मध्य भागों में गरज चमक के साथ वज्रपात की गतिविधि बढ़ाने की संभावना है। उत्तरी बंगाल की खाड़ी तथा उससे सटे बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है तथा इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है, जो ऊचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है।
दो दिनों में चार राज्यों से मानसून की वापसी
अगले 2-3 दिनों के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शेष भागों, मध्य प्रदेश के कुछ और भागों, पूर्वी राजस्थान के शेष भागों, गुजरात के कुछ और भागों तथा महाराष्ट्र के कुछ भागों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।