एशिया की सबसे लंबी साइकिल रेस में हिस्सा बिलासपुर के डॉक्टर सिद्धार्थ करेंगे छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व

इस प्रतियोगिता के लिए डॉ सिद्धार्थ पिछले दो सालों से तैयारी कर रहे हैं। उनके कोच डॉ अमित समर्थ के मार्गदर्शन में वे शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को तैयार कर रहे हैं। प्रतिदिन 200 से 250 किमी साइकिल चलाने की प्रैक्टिस के साथ संतुलित आहार भी ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस रेस में हिस्सा लेने के लिए न केवल शारीरिक क्षमता, बल्कि मानसिक धैर्य भी जरूरी..

HIGHLIGHTS

  1. रेस का मार्ग श्रीनगर से शुरू होकर कन्याकुमारी तक।
  2. डॉ सिद्धार्थ एक क्रू टीम के सहयोग से यात्रा पूरी करेंगे।
  3. प्रदेश की सबसे बड़ी साइकिल एकेडमी खोलने की योजना।

बिलासपुर। रेस अक्रॉस इंडिया द्वारा आयोजित एशिया की सबसे लंबी साइकिल रेस में बिलासपुर के डॉ सिद्धार्थ वर्मा प्रतिभागी के रूप में हिस्सा लेंगे। यह चुनौतीपूर्ण स्पर्धा 10 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 22 अक्टूबर तक चलेगी, जिसमें सभी प्रतिभागियों को 3,723 किमी की दूरी साइकिल से तय करनी है।

इस रेस का मार्ग श्रीनगर से शुरू होकर कन्याकुमारी तक जाएगा, जिसमें डॉ सिद्धार्थ सिंगल कैटेगरी में भाग लेंगे और एक क्रू टीम के सहयोग से यात्रा पूरी करेंगे। यह एक क्रू-सपोर्टेड रेस है, जिसमें उनके पीछे चलने वाली टीम उनके न्यूट्रीशन, हेल्थ और जीपीएस नेविगेशन का ध्यान रखेगी।

बिलासपुर में साइकिल एकेडमी खोलने की योजना

डॉ सिद्धार्थ वर्मा ने भविष्य की योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि वे बिलासपुर में प्रदेश की सबसे बड़ी साइकिल एकेडमी खोलने की सोच रहे हैं। उनका उद्देश्य ग्रामीण अंचल के बच्चों को नि:शुल्क ट्रेनिंग देकर साइकिलिंग को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि छत्तीसगढ़ से ओलंपिक में साइकिलिंग के क्षेत्र में भी पदक आए और यहां के बच्चों की रुचि इस खेल में बढ़े।

फिटनेस के प्रति जागरूकता है मुख्य उद्देश्य

डॉ सिद्धार्थ ने बताया कि इस साइकिल रेस में हिस्सा लेने का मुख्य उद्देश्य लोगों को फिटनेस के प्रति जागरूक करना है। उनका मानना है कि अगर हर व्यक्ति अपनी दिनचर्या में थोड़ा समय निकालकर व्यायाम करे, तो वह कई गंभीर बीमारियों से बच सकता है। अनियमित जीवनशैली न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालती है। साइकिलिंग एक ऐसा साधन है, जिससे न केवल व्यक्ति खुद को स्वस्थ रख सकता है, बल्कि पर्यावरण को भी सुरक्षित कर सकता है।

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