शोभा ठाकुर के महादेव एप के सटोरियों से जुड़े तार, 300 बैंक खाते खुलवाकर तीन माह में कमा लिए 3.5 करोड़

शोभा ठाकुर के तार छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों के बड़े सट्टेबाजों से भी जुड़े होने का शक है। पुलिस का दावा है कि महादेव एप सहित अन्य ऑनलाइन बेटिंग एप के पैनल ऑपरेटरों से शोभा का संपर्क था। उसके मोबाइल कॉल डिटेल और बैंक लेन-देन की गहन जांच की जा रही है।

HighLights

  1. 300 बैंक खाते खुलवाकर तीन माह में कमा लिए 3.5 करोड़
  2. राजनीतिक और अपराधिक संरक्षणों की तलाश में पुलिस
  3. महिलाओं को रोजगार का झांसा देकर खुलवाए थे बैंक खाते

रायपुर। खुद को समाजसेविका बताने वाली गिरफ्तार आरोपित शोभा ठाकुर सट्टेबाजों के लिए बिचौलिए का काम कर रही थी। पुलिस की जांच में शोभा के महादेव एप के सटोरियों से तार जुड़े होने के संकेत मिले है। शोभा ने 300 बैंक खाते खुलवाकर पिछले तीन महीने में 3.50 करोड़ रुपये कमाएं है। अब पुलिस उसे राजनीतिक और अपराधिक संरक्षण देने वालों की तलाश में जुट गई है।

पुलिस ने अब तक 15 बैंक खातों की जांच की है। उनमें 15 करोड़ का लेन-देन होने के पुख्ता सुबूत मिले है। वहीं खुलवाएं गए 300 बैंक खातों की जांच की जा रही है। पुलिस रिमांड में शोभा से अहम जानकारी मिली है। जिसके जरिए जल्द ही अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी हो सकती है। पूर्व में भी पुलिस ने ऐसे आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जो आनलाइन सट्टा के लिए किराए पर खाता उपलब्ध करवाते थे।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि शोभा ठाकुर के लिंक शहर के बड़े सट्टेबाजों से जुड़े निकले है। वह एनजीओ की आड़ में बेरोजगार महिलाओं को रोजगार, विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का सब्जबाग दिखाकर झांसे में लेती थी। फिर उनके सारे दस्तावेज लेकर बैंक में खाता खुलवाकर खुद ही पासबुक के साथ एटीएम कार्ड, चेक आदि रखकर सट्टेबाजों के लिए बिचौलिए का काम करती थी।

दूसरे राज्यों के सट्टेबाजों से संपर्क

शातिर ठग शोभा ठाकुर के तार लोकल ही नहीं दूसरे राज्यों के बड़े खाइवाल, सट्टेबाजों से जुड़े होने का अंदेशा है। दावा किया जा रहा है कि महादेव एप समेत अन्य आनलाइन बेटिंग एप के पैनल आपरेटरों से शोभा संपर्क में रही है। लिहाजा उसके मोबाइल के सारे काल डिटेल, बैंक खाते में किए गए लेनदेन को खंगाला जा रहा है।

प्रत्येक खाते के दस हजार कमीशन

पुलिस की पूछताछ में राजफाश हुआ है कि शोभा ठाकुर को प्रत्येक बैंक खाता सटोरियों को उपलब्ध कराने के एवज में पहले दस हजार रुपये और महीने का 40 हजार रुपये कमीशन मिलता था। कमीशन पाने के लालच में उसने बीएसयूपी कॉलोनी भाठागांव के 50 से अधिक गरीब बेरोजगार महिलाओं को रोजगार का झांसा देकर उनके नाम से थोक में बैंक खाते खुलवाएं थे।

आसपास के जिलों की महिलाओं से भी फर्जीवाड़ा

पुलिस की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि शोभा ठाकुर ने रायपुर ही नहीं बल्कि आसपास के महासमुंद,धमतरी, बलौदाबाजार, दुर्ग,भिलाई, बलोद की महिलाओं को रोजगार दिलाने के नाम पर उनके दस्तावेज लिए और अलग-अलग बैंकों में 300 से अधिक बैंक खाते खुलवाएं।

इन पीड़ित महिलाओं के खाते से ट्रांजेक्शन

भाठागांव बीएसयूपी कालोनी की कोमल शेंद्रे के नाम के खाते से 6000000 रुपये,योगिता शेंद्रे 5600000,राजुला बाग 16700000,रेशमा सोनी 3700000, दामिनी वर्मा 25000000, रीतू शेंद्रे 5000000, नंदिनी देवांगन 7700000, पूर्णिमा मांझी 55500000 समेत सारिका सोनी,प्रीतम ध्रुव आदि के नाम के बैंक खाते से लाखों रुपये का ट्रांजेक्शन किया है। पुलिस ने पीड़ित महिलाओं का बयान दर्ज किया तो पता चला कि उन्हें भनक तक नहीं लगी कि शोभा ने उनके नाम पर खोले गए बैंक खातों में करोड़ों का लेनदेन किया है।

पुरानी बस्ती के सीएसपी राजेश देवांगन ने कहा, गरीब महिलाओं को रोजगार देने का झांसा देकर उनके नाम के बैंक खाते खुलवा 15 करोड़ से अधिक के लेनदेन करने वाली शोभा ठाकुर से पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है। सभी ट्रांजेक्शन की जांच कर रहे है। गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है।

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