जोहार तिरंगा में कैलाश खेर ने बिखेरा सुरों का जादू, मैं तो तेरे प्यार में दीवाना हो गया पर झूम उठे लोग
रायपुर में कैलाश खेर ने कहा कि हमारे गीतों में बहुत सारे अंग्रेजी के शब्द होते हैं। हमने श्रोताओं को जोड़ने के लिए इन शब्दों का प्रयोग करते हैं। पहले बैठकर गाता था, पहली बार दिल्ली में खड़े होकर गया, जिससे श्रोताओं में उत्साह बढ़ा, तब से खड़े होकर गाने लगा।
HIGHLIGHTS
- रायपुर के इंडोर स्टेडियम में कार्यक्रम का आयोजन।
- श्रोताओं ने मोबाइल टॉर्च जलाकर किया खेर का स्वागत।
- खेर ने जय जोहार.. बोलकर अभिवादन स्वीकार किया।
रायपुर। रांझा रांझा करदी हुण मैं आपे रांझा होई…दिलरुबा, ये बता क्या करूं तेरे सिवा, मैं तो तेरे प्यार में दीवाना हो गया… आओ जी आओ जी… मंच पर पहुंचते ही बालीवुड गीतकार कैलाश खेर ने एक के बाद एक तीन गीत गाकर दर्शकों में उत्साह भरा।
इसके बाद उन्होंने जय जोहार.. बोलकर दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया। मौका था संस्कृति विभाग की ओर से बूढ़ापारा स्थित इंडोर स्टेडियम में आयोजित जोहार तिंरगा कार्यक्रम आयोजित किया गया। बॉलीवुड गीतकार कैलाश खेर ने देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति देकर समां बांध दिया।
कैलाश खेर मंच पर… गीत कार्यक्रम का। कैलाश खेर के मंच पर पहुंचते ही दर्शकों ने अपनी मोबाइल की टॉर्च जलाकर स्वागत किया। इसके बाद कैलाश खेर ने कहा कि प्रधानमंत्री की संकल्पना थी कि हर घर तिरंगा पहुंचे। आज हर जगह तिरंगा पहुंच गया है। अब जागने का वक्त आ गया है, हमने एक हजार वर्ष तक सोए रहे तो लोगों ने हमारे ऊपर राज किया। हमारे गीतों में अध्यात्म, भक्ति होती है। समर्पण ही भक्ति है।
उन्होंने तौबा तौबा तौबा उफ़ तौबा तौबा तौबा तौबा तौबा वे तेरी सूरत माशा-ए-अल्लाह वे तेरी सूरत… गीत गाया। स्टेडियम में बैठे श्रोताओं ने भी साथ में गुनगुनाया। इसके बाद शिव तांडव स्त्रोत्र के साथ कई गीतों की प्रस्तुति दी। श्रोताओं की मांग पर अपना प्रसिद्ध गाना बम लहरी… की प्रस्तुति दी। इससे पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कार्यक्रम की शुरुआत किया।
पहली बार दिल्ली में खड़े होकर गाया
कैलाश खेर ने कहा कि हमारे गीतों में बहुत सारे अंग्रेजी के शब्द होते हैं। हमने श्रोताओं को जोड़ने के लिए इन शब्दों का प्रयोग करते हैं। पहले बैठकर गाता था, पहली बार दिल्ली में खड़े होकर गया, जिससे श्रोताओं में उत्साह बढ़ा, तब से खड़े होकर गाने लगा।
मुख्यमंत्री के नाम का बताए अर्थ
कैलाश खेर ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम का अर्थ भी श्रोताओं को बताया। विष्णु स्वयं नारायण है। देव यानी महादेव, साय का अर्थ हो है साया। हमारे ऊपर विष्णु का साया है।