दो महिलाएं अब उड़ा रही ड्रोन, किसानों को खेती-किसानी में मिल रही मदद

नमो ड्रोन योजना के तहत ग्राम पोंड़ी की सीमा वर्मा और चोरभट्ठी कला की प्रतिमा वस्त्रकार सफलता पूर्वक ड्रोन चलाकर खेतों में नैनों यूरिया का छिडकाव कर रहीं है। इससे किसानों के समय और कृषि लागत की बचत हो रही है। इन महिलाओं से अन्य महिलाएं भी प्रेरित हो रही हैं।

HIGHLIGHTS

  1. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नमो ड्रोन प्रोजेक्ट
  2. महिला किसान योजना से जुड़कर बनी आत्मनिर्भर
  3. महिलाएं ड्रोन चलाकर आर्थिक रूप से सक्षम बन रही

 बिलासपुर। केंद्र सरकार की नमो ड्रोन परियोजना के तहत जिले की दो महिलाओं को ड्रोन चलाने के प्रशिक्षण के पश्चात ड्रोन दिया गया है, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर अब लखपति दीदी बन गई हैं। बेलतरा में आयोजित महिला किसान उत्पादक संगठन की वार्षिक सभा में महिलाओं ने कलेक्टर अवनीश शरण के समक्ष ड्रोन चलाकर इसका प्रदर्शन किया।

केंद्र सरकार की महिला सशक्तिकरण योजना

केंद्र सरकार की महिला सशक्तिकरण की इस योजना के तहत सीमा वर्मा और प्रतिमा वस्त्रकार को योजना के तहत ड्रोन दिया गया है। ड्रोन देने से पहले ग्वालियर में इन महिलाओं को 15 दिन का प्रशिक्षण दिया गया। महिलाओं ने बताया कि ड्रोन के जरिए प्रति एकड़ में नैनो यूरिया के छिड़काव में पांच से सात मिनट का समय लगता है, जिससे किसानों के समय और कृषि लागत की बचत हो रही है।

महिलाएं ड्रोन चलाकर आर्थिक रूप से सक्षम बन रही हैं। सीमा वर्मा द्वारा अभी तक 85 एकड़ मे ड्रोन के माध्यम से छिड़काव कर 25,500 की आय अर्जित की। सीमा ने बताया कि ड्रोन से छिड़काव करने से किसानों को भी कृषि लागत में कमी आती है। एक एकड़ में ड्रोन से छिड़काव का 300 रूपए लिया जाता है। ड्रोन परियोजना किसानों के भी लिए बेहद उपयोगी है।

बिहान महिलाओं को बना रहा सशक्त

कलेक्टर अवनीश शरण ने कहा कि, बिहान के जरिए महिलाएं आगे बढ़ रही हैं और सशक्त बन रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि ड्रोन दीदीयां आत्मनिर्भरता की नई मिसाल हैं। स्व सहायता समूह की महिलाएं, गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के निर्माण और ब्रांडिंग की दिशा में सकारात्मक प्रयास कर उत्पादों के लिए अच्छा बाजार बना सकती हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार की बिहान योजना से महिलाएं घर से बाहर निकलकर सक्षम बन रही हैं। इस मौके पर एनआरएलएम के लखपति दीदी योजना से लाभान्वित महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए कि किस तरह सरकार की इस पहल से अब वे लखपति दीदी बन चुकी हैं।

 

200 लखपति हैं शेयर होल्डर

एनआरएलएम की सहयोगी संस्था जीटी भारत के प्रमुख द्वारा सरकार के साथ योजनाओं के क्रियान्वयन में की जा रही भागीदारी की जानकारी दी गई। उल्लेखनीय है कि 10 हजार एफपीसी योजना के तहत गठित बेलतरा महिला प्रोडूसर कंपनी (एफपीसी) की वार्षिक आम सभा में प्रोडूसर कंपनी में अब तक 200 लखपति दीदी शेयर धारक के रूप मे कार्यरत हैं और 200 नए शेयर धारक दीदियों को कंपनी मे जोड़ा गया है।

कार्यक्रम में समूह के दीदियों द्वारा बनाये गए विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन भी किया गया। इस अवसर पर विभागीय अधिकारियों के साथ स्थानीय जन प्रतिनिधि भी मौजूद थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button