भारत रक्षा पर्व- देश की जो रक्षा करते हैं, एक राखी उनकी रक्षा के नाम

रक्षाबंधन पर्व से पहले नईदुनिया के भारत रक्षा पर्व अभियान के अंतर्गत, शहर की बहनें और विभिन्न संगठन रक्षा पर्व रथ के माध्यम से फौजी भाइयों के लिए राखियां और शुभकामना संदेश भेज रहे हैं। इस अभियान का उद्देश्य सैनिकों के प्रति सम्मान और प्रेम प्रकट करना है, और इसे शहरवासियों का व्यापक समर्थन प्राप्त हो रहा है। राखियों के साथ-साथ मिठाइयाँ और अन्य उपहार भी भेजे जा रहे हैं

HIGHLIGHTS

  1. रक्षाबंधन पर्व से पहले भारत रक्षा पर्व अभियान
  2. अभियान का उद्देश्य सैनिकों के प्रति सम्मान और प्रेम प्रकट करना
  3. अभियान के माध्यम से राखियों के साथ-साथ मिठाइयाँ और अन्य उपहार

बिलासपुर। रक्षा पर्व अभियान के तहत नेशनल इंग्लिश मीडियम हायर सेकेंडरी स्कूल, श्री गुरुनानक स्कूल परिसर दयालबंद की शिक्षिकाओं ने भी अपने और बच्चों के नाम की राखियां फौजी भाइयों के लिए सौंपकर देशभक्ति की भावना प्रकट की। इसी तरह श्रीराम टावर्स व्यापार विहार के कौस्तुभ और कामाक्षी अग्रवाल ने देश की रक्षा करने वाले फौजी भाइयों के नाम एक भावपूर्ण संदेश के साथ राखियां भेजी हैं। इस पहल के माध्यम से उन्होंने उन सैनिकों के प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान प्रकट किया है कि देश की जो रक्षा करते हैं एक राखी उनकी रक्षा के नाम।

इस बार भी है उत्साह

हर साल की तरह इस बार भी भारत रक्षा पर्व को नई दिशा दी जा रही है। शहरवासियों में इस अभियान को लेकर विशेष उत्साह है। अभियान का मुख्य उद्देश्य फौजी भाइयों को यह संदेश देना है कि देश की हर बहन उनके साथ है और उनकी सुरक्षा और सुख-शांति की कामना करती है। इस अभियान में शहर के विभिन्न संगठनों का अहम योगदान है, जो इस पहल को सफल बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

ऐसे भेज सकते हैं राखियां

शहर की बहनें और संस्थाएं श्रीकांत वर्मा मार्ग, हंसा विहार स्थित  कार्यालय में अपनी राखियां और शुभकामना संदेश पहुंचा सकती हैं। इच्छुक व्यक्ति मोबाइल नंबर 9752447336 पर संपर्क कर अपनी राखियां इकट्ठा करवाने के लिए भी व्यवस्था कर सकते हैं।  प्रतिनिधि स्वयं आपके पास पहुंचकर राखियां प्राप्त करेंगे, ताकि सैनिकों तक आपके प्यार और समर्थन का संदेश पहुंच सके। यह पहल देश के जवानों के मनोबल को ऊंचा रखने और उन्हें घर की याद दिलाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन चुकी है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button