Paris Olympics 2024: लक्ष्य सेन ने प्री-क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह, वर्ल्ड नंबर 3 जोनाथन क्रिस्टी को हराया
India At Paris Olympics: लक्ष्य सेन ने प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। जोनाथन क्रिस्टी को ओलंपिक में तीसरी सीड दी गई। बैडमिंटन के मेंस सिंगल ग्रुप प्ले स्टेज में सेन का शानदार प्रदर्शन किया। लक्ष्य सेन को जोनाथन के खिलाफ पहला गेम जीतने में 28 मिनट लगे।
HIGHLIGHTS
- बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन की लगातार तीसरी जीत।
- दुनिया के तीसरे नंबर से खिलाड़ी से कड़ा मुकाबला।
- लक्ष्य ने पहले मुकाबले में केविड कॉर्डन को हराया था।
खेल डेस्क, नई दिल्ली। Lakshya Sen: पेरिस ओलंपिक में भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने धमाकेदार प्रदर्शन किया। उन्होंने वर्ल्ड नंबर 3 न जोनाथन क्रिस्टी को हराकर प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की। लक्ष्य ने क्रिस्टी को सीधे गेम में पटखनी दी।
भारतीय बैडमिंटन ने 58 मिनट में इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी को 21-18, 21-12 से शिकस्त दी। क्रिस्टी ने पहले खेल में लक्ष्य
भारतीय बैडमिंटन ने 58 मिनट में इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी को 21-18, 21-12 से शिकस्त दी। क्रिस्टी ने पहले खेल में लक्ष्य सेन को बड़ी टक्कर दी, लेकिन दूसरे गेम में लक्ष्य के सामने घुटने टेक दिए। लक्ष्य सेन का राउंड 16 में सामना एचएस प्रणॉय से हो सकता है।
मैच के शुरुआती खेल में 6 अंकों से पिछड़ने के बाद लक्ष्य सेन ने जबरदस्त वापसी की। दबाव में भी लक्ष्य कोर्ट में शांत नजर आए। जोनाथन क्रिस्टी के खिलाफ पिछले छह मैचों में सेन की दूसरी जीत है।
ग्रुप के के विनर से होगा लक्ष्य का सामना
लक्ष्य सेन ग्रुप एल में थे। अब उनका सामना ग्रुप K के विनर से होगा। ग्रुप के विजेता का फैसला एचएच प्रणॉय और वियतनाम के ले डुक फाट के बीच होने वाले मुकाबले से होगा। इससे पहले पीवी सिंधु ने क्रिस्टिन कूबा को हराकर महिला सिंगल के प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
लक्ष्य सेन को खेलना पड़ा था अतिरिक्त मैच
मैच शुरू होने से पहले लक्ष्य सेन के लिए कठिन मुकाबला माना जा रहा था। भारतीय बैडमिंटन ने गेम को एकतरफा बना दिया। लक्ष्य को अपने ग्रुप में एक अतिरिक्त मैच खेलना पड़ा। दरअसल, उन्होंने ग्वाटेमाला के केविन कॉर्डन को शिकस्त देकर ओलंपिक में अपने अभियान का आगाज किया।
घायल होने के कारण केविन ओलंपिक से हट गए। ऐसे में लक्ष्य सेन की जीत का रिकॉर्ड हटा दिया गया है। ऐसे में लक्ष्य सेन को तीन, जोनाथन और कैरागी को दो-दो मैच खेलने पड़े।