Hathras Satsang Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग में भगदड़, 90 की मौत, 100 से अधिक बेहोश हुए
HIGHLIGHTS
- घायलों को बस-टैंपों में लादकर जिला अस्पताल भेजा जा रहा है
- डीएम आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल मौके पर पहुंचे
- CM योगी ने अधिकारियों को राहत कार्य तेज करने का दिया निर्देश
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। UP Hathras Satsang Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र में बड़ा हादसा हुआ है। यहां के रतीभानपुर गांव में चल रहे भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच गई। इस हादसे में 90 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि 100 के करीब लोग बेहोश हो गए हैं।
डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे
घटनास्थल एटा सिकंदराराऊ के बॉर्डर पर है। घायलों को बस-टैंपो में लादकर जिला अस्पताल लाया गया है। अब तक 27 शव एटा पोस्टमार्टम गृह पर लाए गए हैं। मृतकों में 23 महिलाएं और तीन बच्चे भी शामिल हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद डीएम आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल मौके पर पहुंच गए हैं।
एटा शहर के मोहल्ला वनगांव के रहने वाले रामदास की पत्नी सरोज लता की भी मौत हो चुकी है। उनके बेटे और बहू की हालत गंभीर है। बताया जा रहा है कि मृतक हाथरस और एटा के रहने वाले हैं। मृतकों के शवों को अलीगढ़ और एटा पहुंचाया जा रहा है।
अब तक 27 शव एटा अस्पताल लाए गए
एटा एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने कहा कि हाथरस जिले के मुगलगढ़ी गांव में एक धार्मिक आयोजन चल रहा था, तभी भगदड़ मच गई। एटा अस्पताल में अब तक 27 शव आ चुके हैं, जिनमें 23 महिलाएं, 3 बच्चे और 1 पुरुष शामिल हैं। आगे की जांच की जा रही है।
सीएम योगी ने हादसे का संज्ञान लिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं ।
हादसे का कारण आया सामने
जानकारी के अनुसार, दोपहर 12.30 बजे सत्संग खत्म होने के बाद भीड़ को रोक दिया गया था और भोले बाबा को पीछे के दरवाजे से निकाला जा रहा था। इससे अंदर दबाव बढ़ गया। वहां एक गड्ढा था, जिसमें कुछ लोग गिर गए और भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे पर चढ़कर आगे बढ़ते रहे।
साकार विश्व हरि भोले बाबा का परिचय
एटा जिले के पटियाली के गांव बहादुर नगर के जाटव परिवार में जन्मे सूरज सिंह पाल एलआईयू में पुलिस कांस्टेबल के पद पर नौकरी करते थे। 17 साल पहले अलीगढ़ में तैनाती के दौरान सत्संग शुरू किया। कुछ समय बाद नौकरी से इस्तीफा देकर पाल साकार विश्व हरि भोले बाबा बन गए।
साकार विश्व हरि ने अपना आश्रम पटियाली में बनाया। भोले बाबा के अनुयायियों की संख्या लाखों में है। वह मीडिया से दूरी बनाए रहते हैं। सत्संग की व्यवस्था अनुयायी ही संभालते हैं।