Bilaspur News: जामुन से लखपति बन रही महिलाएं, स्वावलंबन की दिख रही चमकदार तस्वीर
मौसमी फल की तेजी के साथ बढ़ते चलन और लोगों की बढ़ी मांग का असर और इससे आई समृद्धि देखना है तो गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के वनांचल में बसे गांव की ओर जाना होगा। आदिवासी अंचल की महिलाओं ने समृद्धि की चमकदार तस्वीर खींची है। मौसमी फल जामुन के व्यवसाय से जुड़कर लखपति बन रही हैं।
HIGHLIGHTS
- जामुन में ढेर सारे पोषक तत्व
- मधुमेह को करें नियंत्रित
- मुंहासे के लिए फायदेमंद
जिले में वर्षाऋतु के मौसम में जामुन बहुत अधिक होता है। समूह की महिलाओं ने मिलकर जामुन इक्ट्ठा कर जिले से बाहर विक्रय करने की ठानी। उन्हें एक कैरेट जामुन में 600 रुपये तक मिल जाते हैं। वे प्रतिदिन 30 से 40 कैरेट सभी समूह की महिलाओं से एकत्रित कर बाहर भेजती हैं। जामुन के मौसम में प्रतिदिन 2,000 रुपये कमा लेती। साल भर में जामुन के एक ही सीजन में समूह द्वारा 40 से 50 हजार रुपये तक कमा लेती हैं।
- जामुन के सेवन से लीवर की बीमारी दूर होती है।
- मुंह में छाले होने पर जामुन के रस का प्रयोग करने से बहुत जल्दी आराम मिलता है।
- दस्त होने पर जामुन के रस को सेंधा नमक के साथ मिलाकर खाने से दस्त बंद हो जाते हैं।
- जामुन पाचनशक्ति बढ़ाता है और इससे एसिडिटी समेत पेट से संबंधित विकार कम होते हैं।
- जामुन में कैंसर रोधी गुण भी पाए जाते हैं। कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी के बाद जामुन खाना फायदेमंद होता है।
- जामुन खाने से पथरी की समस्या से निजात मिलती है। इसके लिए जामुन की गुठली के चूर्ण को दही के साथ मिलाकर खाना चाहिए।
- ब्लड शुगर को कम करने के साथ जामुन के बीज रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर को भी कम करने में मदद करते हैं।
मुंहासे के लिए फायदेमंद
मुंहासे होने पर जामुन की गुठलियों को सुखाकर इसके पाउडर को गाय के दूध में मिलाकर सोने से पहले चेहरे पर लगाएं और सुबह ठंडे पानी से धो लें। तीन से चार सप्ताह तक इस लेप के प्रयोग से मुंहासे गायब हो जाते हैं। आवाज को मधुर बनाने के लिए भी जामुन का काढ़ा बहुत फायदेमंद होता है। जामुन की छाल को बारीक पीसकर नियमित मंजन करने से दांत मजबूत और रोग रहित होते हैं।