CG Monsoon Alert: छत्तीसगढ़ में एक्टिव हुआ मानसून, IMD का बारिश को लेकर अलर्ट जारी, जानें अगले सात दिन कैसा रहेगा मौसम
CG Monsoon Alert: मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ में मानसून और बारिश को लेकर राहतभरी खबर दी है। रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में मानसून एक्टिव हो गया है। मानसून के एक्टिव होने के साथ ही पूरे प्रदेश में आगामी सप्ताह में बारिश और गरज-चमक के बौछारें पड़ने की संभावना है। हालांकि आगामी 23 से 25 जून तक बारिश की गतिविधि में थोड़ी कमी रह सकती है।
HIGHLIGHTS
- रायपुर में चार दिन लेट पहुंचा दक्षिण पश्चिम मानसून
- झमाझम बारिश से अधिकतम तापमान में आई गिरावट
- आगामी सप्ताह में पूरे प्रदेश में अच्छी बारिश की संभावना
रायपुर। CG Monsoon Alert: छत्तीसगढ़ में करीब महीनेभर भीषण गर्मी की मार झेलने के बाद प्रदेश के लोगों ने अब राहत की सांस ली है। रायपुर सहित कई इलाकों में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के बाद मौसम पूरी तरह से बदल गया है। रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में मानसून के एक्टिव होने से लोगों को राहत जरूरी मिली है, लेकिन उससे भी ज्यादा राहत की बात यह है कि मौसम विभाग ने अगले पांच दिन तक गरज-चमक के साथ अच्छी बारिश की संभावना जताई है।
Monsoon in Chhattisgarh: मौसम विभाग का कहना है कि दुर्ग, राजनांदगांव में मानसून सक्रिय होने के 24 घंटे भीतर ही रायपुर से बिलासपुर पहुंच गया। हालांकि रायपुर में मानसून चार दिन लेट पहुंचा। वहीं एक-दो दिन में मानसून पूरे छत्तीसगढ़ में सक्रिय हो जाएगा। मानसून के एक्टिव होने के साथ ही पूरे प्रदेश में आगामी सप्ताह में बारिश और गरज-चमक के बौछारें पड़ने की संभावना है। इधर, रायपुर सहित आसपास के इलाकों में बादल और बारिश से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है।
अगले तीन दिन बारिश की गतिविधि में रहेगी कमी
हालांकि आगामी 23 से 25 जून तक बारिश की गतिविधि में थोड़ी कमी रह सकती है। इसके बाद झमाझम बारिश के आसार हैं। अभी दो दिनों तक तेज वज्रपात, गरज चमक के साथ बारिश की उम्मीद है। फिलहाल शनिवार को रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में हल्की से लेकर मध्यम बारिश या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
मौसम विभाग ने बताया कि एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका राजस्थान से मणिपुर तक 0.9 किमी ऊंचाई तक फैला हुआ है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण बिहार और उससे लगे पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। वहीं एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर -पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर 3.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।