छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के प्रदर्शन पर बोले दीपक बैज, पार्टी की हार के लिए किसी एक व्यक्ति को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते
CG Lok Sabha Election Result 2024: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बैज का मानना है कि हार के लिए कांग्रेस के किसी एक नेता को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। निश्चित तौर पर हमें लोकसभा चुनाव में चार से पांच सीटों की उम्मीद थी, लेकिन परिणाम अप्रत्याशित आए।
HIGHLIGHTS
- छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बैज ने रखी बेबाकी से बात
- कहा- भले हारे हैं, लेकिन 2019 के मुकाबले बढ़ा है कांग्रेस का वोट शेयर
- कांग्रेस ने जिस गति से मेहनत की उसके अनुरूप परिणाम नहीं आ पाया
रायपुर। CG Lok Sabha Election Result 2024: विधानसभा चुनाव से ठीक तीन महीने पहले कांग्रेस ने अपने युवा चेहरे व बस्तर के पूर्व सांसद दीपक बैज को छत्तीसगढ़ कांग्रेस की कमान सौंपी थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते उन पर बस्तर के साथ-साथ पूरे प्रदेश में कांग्रेस को जिताने की बड़ी जिम्मेदारी थी। दोनों चुनावों में वे पार्टी नेताओं के साथ स्वयं भी जुटे रहे, लेकिन कांग्रेस ने जिस गति से मेहनत की उसके अनुरूप परिणाम नहीं आ पाया।
बता दें कि विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को हार मिली थी। उस समय प्रदेश की 90 विधानसभा सीट में से कांग्रेस को 35 और भाजपा को 54 सीटें मिली, जबकि एक सीट गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के खाते में गई। इसके बाद लोकसभा चुनाव में भी प्रदेश की कुल 11 सीटों में से 10 सीट पर भाजपा को जीत मिली, जबकि कांग्रेस के खाते में केवल एक सीट आई। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से नईदुनिया के राज्य ब्यूरो संवाददाता अजय रघुवंशी ने बातचीत की। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश :
सवाल : कांग्रेस की हार के प्रमुख कारण क्या रहे?
जवाब : हार की वजह अभी बताना मुश्किल है। यह सच है कि हमें उम्मीदों से कम सीटे मिली है। नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने अपनी बातें रख दी है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ पदाधिकारी बैठक में शामिल हुए थे। मैं भी मौजूद था। छत्तीसगढ़ आने के बाद अलग-अलग बिंदुओं पर समीक्षात्मक चर्चा की जाएगी।
सवाल : 2019 में बस्तर का जीता हुआ किला भी हार गए, क्या टिकट बंटवारे में चूक हुई?
जवाब : बस्तर जीतने के लिए हम सबने मिलकर प्रयास किया। टिकट वितरण पार्टी का अधिकार क्षेत्र हैं। मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। बस्तर में हार के कारणों की तलाश की जाएगी। 2019 में बस्तर हमारी जीती हुई सीट थी।
सवाल : 1999 से 2024 तक प्रदेश में कांग्रेस दो सीट से उबर नहीं पाई, क्या वजह है?
जवाब : लोकसभा चुनाव में जनता का मूड अलग रहा है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को कम सीटें आ रही हैं। पिछले 20 से 25 वर्षों से यही स्थिति बन रही है। 2018 के विधानसभा चुनाव में हमने अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन 2019 के लोकसभा में फिर दो सीटें रह गईं। 2024 में एक सीट ही मिली। इसका गंभीरता से विश्लेषण कर रहे हैं। वरिष्ठ पदाधिकारियों से इस पर चर्चा करेंगे।
सवाल : हार की जिम्मेदारी किसकी है, संगठन में फेरबदल होगा?
जवाब : वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में जैसे सहमति बनेगी, वैसे कार्यवाही की जाएगी। विधानसभा से लेकर लोकसभावार समीक्षा की जाएगी। पार्टी की हार किसी एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं हो सकती। यह आत्मचिंतन का समय है। सवाल भी पूछे जाएंगे। जवाब भी मिलेगा। इसके आधार पर निर्णय लेंगे।