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गजब का है छत्तीसगढ़ हार्मोनिका क्लब, संगीत से लोगों को स्वस्‍थ बनाना है उद्देश्य, डाक्टर-इंजीनियर लगाते हैं सुर

Raipur News: छत्तीसगढ़ हार्मोनिका क्लब रायपुर के अलग-अलग उद्यान और पब्लिक प्लेस में जाकर प्रस्तुति देते हैं। इनकी प्रस्तुति इसलिए खास होती है, क्योंकि ये संगीत के लिए सिर्फ हवा से बजने वाले वाद्य यंत्रों का प्रयोग करते हैं।

HIGHLIGHTS

  1. 2017 में रिटायर्ड आइपीएस अधिकारी ने की क्लब की शुरुआत
  2. छत्तीसगढ़ हार्मोनिका क्लब में बच्चे से लेकर वरिष्ठ तक 30 सदस्य
  3. संगीत के माध्यम से लोगों को स्‍वस्‍थ बनाना क्लब का है उद्देश्य

रायपुर। सुबह की ताजी और शुद्ध हवा सेहत के लिए फायदेमंद होती है। अगर इस दौरान मधुर संगीत सुनने को मिले तो तन के साथ मन की ताजगी से भर जाता है। अपने अलग अंदाज और अनोखे स्वर के साथ कुछ इसी प्रकार का ऐहसास शहरवासियों को दिलाने का प्रयास कर रहे हैं छत्तीसगढ़ हार्मोनिका क्लब।

प्रत्येक रविवार हार्मोनिका क्लब शहर के अलग-अलग उद्यान और पब्लिक प्लेस में जाकर प्रस्तुति देते हैं। इनकी प्रस्तुति इसलिए खास होती है, क्योंकि ये संगीत के लिए सिर्फ हवा से बजने वाले वाद्य यंत्रों का प्रयोग करते हैं। उन्होंने इसे योग संगीत का नाम दिया गया है। यह फार्मूला फार हैप्पीनेस पर आधारित है। क्लब की शुरुआत राजीव श्रीवास्तव ने 2017 में आइपीएस अधिकारी के रूप में सेवानृवित्त होने के बाद की थी।

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संगीत से लोगों को स्वस्‍थ बनाना है उद्देश्य

क्लब के सचिव एम नवाज खान ने बताया कि हम सिर्फ हवा की फूंक से बजने वाले पारंपरिक और विशेष प्रकार के वाद्ययंत्र का प्रयोग करते हैं। बासुंरी, माउथ आर्गन, मेलोडिका, सेक्सोफोन के साथ माउथ सीटी व उन्य के मिश्रण से संगीत तैयार करते हैं।

इसके पीछे का कारण बताते हुए अध्यक्ष अध्यक्ष शैलेग ने बताया कि हमारा उद्देश्य संगीत के माध्यम से लोगों को स्‍वस्‍थ बनाना है। श्वास के प्रयोग से बजने वाले वाद्ययंत्रों से श्वसनतंत्र की एक्सरसाइज होती है। इससे लंग्स की बीमारियों का खतरा कम होता है। क्लब से डा. मनीष जैन ने बताया कि छाती की कसरत फूंकने वाले वाद्ययंत्रों जैसे बांसुरी, शंख और माउथ आर्गन से होती है।

 
छह साल के बच्चे से लेकर 85 वर्ष के वरिष्ठ है सदस्य

छत्तीसगढ़ हार्मोनिका क्लब की नीव रिटायर्ड आइपीएस अधिकारी राजीव श्रीवास्तव ने वर्ष 2017 में रखी थी। सेवानिवृत्ति के बाद संगीत की ओर उनकी रुचि और लोगों के प्रोत्साहन का क्लब ने आकार लिया। समूह में 30 सदस्य है, जिनमें बच्चे के साथ वरिष्ठ भी शामिल है। ग्रुप के सबसे छोटे सदस्य छह वर्ष के अविराज सिंघानिया है। वहीं रायगढ़ के रहने वाले रिटायर्ड प्रोफेसर 85 वर्षीय मधुसूदन शर्मा बड़े अच्छे माउथ आर्गन बजा लेते हैं।

पुलिस, डाक्टर सहित विभिन्न प्रोफेशन के हैं लोग शामिल

क्लब में पुलिस अधिकारी से लेकर डाक्टर, इंजीनियर, सीए, शिक्षाविद, छात्र, मोटीवेशन स्पीकर सहित विभिन्न प्रोफेशन के महिला और पुरूष वर्ग के लोग है। संस्थापक राजीव श्रीवास्तव स्वयं आइजी के पद से सेवानिवृत्त हुए। अध्यक्ष शैलेग मोंगरे भी पुलिस विभाग में कार्यरत है।

उनसे माउथ आर्गन का प्रशिक्षण देश के साथ विदेश के लोग भी आनलाइन माध्यम से ले रहे हैं। सचिव एम नवाज खान की भी माउथ आर्गन में महारात है। राजीव वाघेला सीटी बजकार गाना बजाते हैं। डा. नीता शर्मा और आरएन गुप्ता मेलोडिका में जबरदस्त ध्वनि उत्पन्न करते हैं। पुलिस विभाग में ही सेवा दे रही रेणुका शुब्बाराव माउथ सीटी से सुर लगाती है।

प्रत्येक रविवार तन मन रंजन कार्यक्रम का आयोजन

एम नवाज खान ने बताया कि क्लब का एक साप्ताहिक कार्यक्रम “तन मन रंजन” लोगों को फाफी पसंद है। कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक रविवार शहर के किसी उद्यान में जाकर क्लब गीत-संगीत की प्रस्तुति देती है। इसके साथ मनोरंजन के साथ स्वास्थ्य का संदेश देने वृद्धाआश्रम और स्कूलों में प्रस्तुति देते हैं। हमारा प्रयास रहता है कि हर बच्चा संगीत से जुड़े और वाद्ययंत्र जरूर बजाएं। यह मन को शांत और एकाग्र करता है। यह बुरी लत से छुड़ाने में भी मदद करता है।

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