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Vinayak Chaturthi 2024: विनायक चतुर्थी की पूजा में जरूरी मानी जाती हैं ये चीजें, नोट कर लें सामग्री लिस्ट

इस दिन पूजा से पहले ही सभी तरह की सामग्री इकट्ठा कर लें, ताकि पूजा करते समय किसी भी तरह का विघ्न न आए।

HIGHLIGHTS

  1. विनायक चतुर्थी व्रत 10 जून 2024 को रखा जाएगा।
  2. विनायक चतुर्थी के दिन कई शुभ योग बन रहे हैं।
  3. बप्पा की पूजा में किसी भी तरह का विघ्न नहीं आना चाहिए।

धर्म डेस्क, इंदौर। Vinayak Chaturthi 2024: अगर भगवान गणेश को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो विनायक चतुर्थी के दिन उनकी विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। इस दिन शुभ मुहूर्त में बप्पा की पूजा करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। साथ ही जीवन में चल रहे कष्टों से राहत मिलती है। इस माह विनायक चतुर्थी व्रत 10 जून 2024 को रखा जाएगा। इस दिन पूजा से पहले ही सभी तरह की सामग्री इकट्ठा कर लें, ताकि पूजा करते समय किसी भी तरह का विघ्न न आए।

विनायक चतुर्थी 2024 शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 9 जून 2024 को दोपहर 3:44 बजे शुरू होगी। यह तिथि अगले दिन 10 जून 2024 को शाम 4 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, विनायक चतुर्थी व्रत 10 जून को रखा जाएगा। इस दिन कई शुभ योग बन रहे हैं। इन शुभ योगों में बप्पा की पूजा करने से दोगुना लाभ प्राप्त होता है।

विनायक चतुर्थी पूजा सामग्री

विनायक चतुर्थी पूजा के लिए गणेश जी की मूर्ति, एक वेदी, लाल व पीला वस्त्र, गणेश जी के लिए पीला वस्त्र, श्रृंगार का सामान, घी, दीपक, शमी पत्ता, गंगाजल, पंचामृत, सुपारी, पान पत्ते, जनेऊ चंदन, अक्षत, धूप, फल, फूल, दूर्वा, लड्डू, मोदक आदि चीजों को शामिल करें।

पूजा के समय इन मंत्रों का करें जाप

    • गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।

श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥

    • महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।

गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।

    • ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरु गणेश।

ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति, करो दूर क्लेश ।।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

 

 

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