Kawardha Road Accident की ये है असली वजह, चप्पल की वजह से एक्सीलेटर में फंस गया ड्राइवर का पैर, और नहीं लगा ब्रेक
Kawardha Road Accident: छत्तीसगढ़ के कवर्धा सड़क हादसे में पुलिस ने वाहन चालक दिनेश यादव और वाहन मालिक रामकृष्ण साहू के विरुद्ध एफआइआर दर्ज की गई। दोनों को पुलिस ने हिरासत में रखा है।
HIGHLIGHTS
- कवर्धा सड़क हादसे में पुलिस ने वाहन मालिक और चालक पर दर्ज किया केस
- उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कवर्धा सड़क हादसे की उच्चस्तरीय जांच के दिए निर्देश
- कवर्धा सड़क हादसे में जान गंवाने वाले 19 मृतकों का एक साथ किया अंतिम संस्कार
Kawardha Road Accident: कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा सड़क हादसे में पुलिस ने वाहन चालक दिनेश यादव और वाहन मालिक रामकृष्ण साहू के विरुद्ध एफआइआर दर्ज की गई। दोनों को पुलिस ने हिरासत में रखा है। वहीं उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं।
ड्राइवर का पैर चप्पल की वजह से फंसा एक्सीलेटर में
कवर्धा जिला परिवहन अधिकारी एमएल साहू की माने तो पिकअप चालक दिनेश से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि उसका पैर चप्पल की वजह से एक्सीलेटर में फंस गया था। वाहन की गति अधिक होने से ब्रेक नहीं लग पाया, जिसके बाद गाड़ी न्यूट्रल हो गई। गाड़ी पर नियंत्रण नहीं होता देख उसने सभी को कूदने की आवाज लगाकर स्वयं कूद पड़ा। इससे पिकअप के साइड में बैठे 12 लोगों ने तो कूदकर जान बचा ली, लेकिन जो बीच में बैठे थे वे स्वयं को संभालते इससे पहले दुर्घटना हो गई।
सेमहारा में एक साथ जलीं 17 चिताएं
बतादें कि सोमवार को कुकदूर थाना क्षेत्र में पिकअप के खाई में गिरने से घटित सड़क दुर्घटना ने प्रदेश ही नहीं, पूरे देश को झकझोर दिया। मंगलवार को हादसे में 19 शव का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान मृतक के स्वजनों सहित पूरे गांव वालों की आंखे नम हो गई। इस हादसे के बाद पिछले दो दिनों से सेमहारा गांव में मातम की स्थिति है। गांव के लोगों व स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
सड़क दुर्घटना में दिवंगत हुए सेमहारा गांव के भाई-बहनों का अंतिम संस्कार बेहद गमगीन माहौल हुआ। इस गांव में कई परिवार हादसे के बाद पूरी तरह से उजड़ गए है। एक ही परिवार के तीन से चार लोगों की मौत हुई है। गांव में जब अंतिम संस्कार यात्रा निकाला जा रही थी, तो काफी संख्या में लोग पहुंचे हुए थे। पुरुषों के साथ महिलाओं की आखें नम थी। वहीं गांव के लोगों में इस घटना को लेकर काफी दुख में है।
क्षति को कोई पूरा नहीं कर सकता
छत्तीसगढ़ के वनमंत्री केदार कश्यप ग्राम सेमरहा पहुंचकर पीड़ित परिवारों से भेंट किये। केदार कश्यप ने सड़क दुर्घटना को लेकर कहा की यह बहुत ही हृदय विदारक घटना है और निश्चित तौर पर जो क्षति हुई है। उस क्षति को कोई पूरा नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि यहां सभी हमारे आदिवासी समाज के भाई बहन हैं। हम यहां पर मंत्री होने के नाते नहीं बल्कि सामाजिक होने के नाते हम उपस्थित हुए हैं। यहां हमारे समाज के सभी लोग उपस्थित हैं और यहां के विधायक भी यहां पर उपस्थित हैं। उन्होंने कहा हमारी कोशिश रहेगी की सरकार की जितनी भी योजनाएं हैं।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने जताया दुख
ज्योतिष पीठ के स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कवर्धा हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि कुकदूर से हमारा गहरा नाता हैं। समाचार से मन को बेहद पीड़ा पहुंची। इस दुःखद घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़े हैं। भगवान से आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना है। इसके अलावा इस हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रपति, केन्द्रीय गृहमंत्री, राज्य के सीएम समेत कई नेताओं ने दुख जताया है।
सांसद संतोष ने कहा-खबर सुनकर हुई अत्यंत पीड़ा
सांसद पांडेय ने कहा कि उक्त घटना की खबर सुनकर अत्यंत ही पीड़ा हुई। उन्होंने सभी दिवंगत की आत्मा की शांति व हादसे में घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए भगवान से प्रार्थना की। सांसद संतोष पांडेय वर्तमान में लोकसभा चुनाव प्रचार की दृष्टि से उड़ीसा प्रवास पर हैं।
देर रात पूर्व सीएम भी गांव पहुंचे
घटना के बाद देर रात सोमवार को पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी ग्राम सेमहारा पहुंचे हुए थे। उन्होंने मृतकों के परिजनों से चर्चा किया। सबसे पहले वे पंडरिया अस्पताल पहुंचे हुए थे। इस दौरान घायल लोगों से मुलाकात की। वहीं डिप्टी सीएम भी शाम पांच बजे पंडरिया पहुंचे हुए थे। वे रात तक गांव में रूके रहे है। सड़क हादसे में पीड़ित परिवार से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बात की। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को पांच लाख देने की घोषणा की व घायलों को 50 हजार रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की।
“ऐसा लग रहा है कि मैंने अपने परिवार के किसी सदस्य को खोया”
अंतिम संस्कार कार्यक्रम में पहुंचे उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा अंतिम समय तक ग्राम वासियों परिजनों के साथ खड़ा हूं। विजय शर्मा ने शोक सभा में श्रद्धांजलि देते हुए कहा यह समय बहुत पीड़ा दायक है ईश्वर से प्रार्थना करता हूं, कही भी और कभी भी ऐसा घटना न हो।
उन्होंने कहा इस दुर्घटना में सर्वाधिक माताओं का देहावसान हो गया। पूरे गांव में सबने अपना कोई नजदीकी खोया है, मुझे ऐसा लग रहा है कि मैंने अपने परिवार के किसी सदस्य को खोया है। मैं बूढ़ा देव से पार्थना करता हूं, इस दुःख की घड़ी से निकलने के लिए ईश्वर संबल प्रदान करें ।