Masik Durgashtami 2024: व्यापार में बढ़ोतरी चाहते हैं तो मासिक दुर्गाष्टमी पर इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा"/> Masik Durgashtami 2024: व्यापार में बढ़ोतरी चाहते हैं तो मासिक दुर्गाष्टमी पर इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा"/>

Masik Durgashtami 2024: व्यापार में बढ़ोतरी चाहते हैं तो मासिक दुर्गाष्टमी पर इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा

पूजा स्थल पर चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करें। मां दुर्गा को 16 श्रृंगार की सामग्री अर्पित करें।

HIGHLIGHTS

  1. मासिक दुर्गा अष्टमी तिथि तिथि का आरंभ 15 मई को बुधवार को सुबह 04.19 बजे होगी।
  2. दुर्गाष्टमी तिथि का समापन 16 मई, गुरुवार को सुबह 06.22 बजे होगा।
  3. उदया तिथि के अनुसार, मासिक दुर्गाष्टमी व्रत 15 मई को रखा जाना चाहिए।

धर्म डेस्क, इंदौर। हिंदू धर्म में हर माह कई व्रत और त्योहार आते हैं, जिनका विशेष पौराणिक महत्व है। हर माह की अष्टमी तिथि को दुर्गा देवी की विशेष पूजा की जाती है। वैशाख माह की 15 मई को मासिक दुर्गाष्टमी मनाई जाएगी। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, शुभ मुहूर्त में यदि विधि-विधान से मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा की जाती है तो जातकों को सुख शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके अलावा व्यापार व नौकरी में भी सफलता प्राप्त होती है।

 

मासिक दुर्गाष्टमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त

पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, मासिक दुर्गा अष्टमी तिथि तिथि का आरंभ 15 मई को बुधवार को सुबह 04.19 बजे होगी। वहीं दुर्गाष्टमी तिथि का समापन 16 मई, गुरुवार को सुबह 06.22 बजे होगा। उदया तिथि के अनुसार, मासिक दुर्गाष्टमी व्रत 15 मई को रखा जाना चाहिए।

ऐसे करें देवी दुर्गा की पूजा

    • मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सूर्योदय से पहले उठें।
    • स्नान के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें और व्रत का संकल्प लें।
    • पूजा स्थल पर चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करें। मां दुर्गा को 16 श्रृंगार की सामग्री अर्पित करें।
    • माता रानी को लाल चुनरी, लाल रंग का पुष्प जरूर अर्पित करें।
    • पूजा के बाद घी का दीपक जलाकर आरती करें।
    • मंत्र, दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
    • मां दुर्गा को फल और खीर सहित अन्य भोग लगाएं व प्रसाद वितरण करें।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button