Surya Gochar 2024: सूर्यदेव का वृषभ राशि में गोचर 15 मई को, राशि के अनुसार ये उपाय देंगे सुख, शांति और समृद्धि"/>

Surya Gochar 2024: सूर्यदेव का वृषभ राशि में गोचर 15 मई को, राशि के अनुसार ये उपाय देंगे सुख, शांति और समृद्धि

HIGHLIGHTS

  1. सूर्य ग्रह अधिकार और शासन का प्रतिनिधित्व करता है।
  2. यदि किसी जातक की कुंडली में सूर्य देव मजबूत रहते हैं तो रिश्तों में मजबूती आती है।
  3. सरकारी नौकरी और करियर में मजबूती मिलती है।

धर्म डेस्क, इंदौर। सूर्य देव को सभी ग्रहों का स्वामी माना जाता है और सूर्य देव जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो इसका प्रभाव सभी राशि के जातकों पर होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, सूर्य देव 15 मई को वृषभ राशि में गोचर करेंगे। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, यदि जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाना है तो राशि के अनुसार ये उपाय जरूर करना चाहिए।

ज्योतिष में सूर्यदेव का महत्व

हिंदू ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रह अधिकार और शासन का प्रतिनिधित्व करता है। यदि किसी जातक की कुंडली में सूर्य देव मजबूत रहते हैं तो रिश्तों में मजबूती आती है और सरकारी नौकरी और करियर में मजबूती मिलती है। व्यक्ति अपने प्रयासों से एक अच्छा मुकाम हासिल करता है।

राशि के अनुसार करें ये उपाय

    • मेष: तांबे के एक बर्तन में जल भरकर एक चुटकी कुमकुम व चीनी मिलाएं और सूर्य मंत्र का जाप करें। उगते सूर्य को अर्घ्य दें।
    • वृषभ: सुबह उठकर तांबे के बर्तन में पानी पिएं। भगवान सूर्य की पूजा करने के साथ 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें।
    • मिथुन: रात को तांबे के बर्तन में पानी भरकर अपने सिरहाने रखें और सुबह इस पानी को घर के बाहर फेंक दें।
    • कर्क: आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें और सूर्योदय के समय सूर्य देव की पूजा करें।
    • सिंह: सूर्य देव का आशीर्वाद पाने के लिए हाथ की अनामिका में लाल तुरमली का ब्रेसलेट या अंगूठी पहनें।
    • कन्या: रविवार को गाय को गेहूं की रोटी और गुड़ खिलाएं और रोज 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें।
    • तुला: भगवान नारायण की पूजा करें और रोज 108 बार ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ का जाप करें।
    • वृश्चिक: माथे पर कुमकुम का तिलक लगाएं और हाथ की कलाई में 6 बार लपेटकर कलावा बांधें।
    • धनु: रोज नहाने के पानी में एक चुटकी लाल चंदन का पाउडर डालकर स्नान करें।
    • मकर: रोज उगते हुए सूर्य को जल अर्पित करें और बड़ों का सम्मान करें।
    • कुंभ: रविवार को मंदिर में गुड़ दान करें और सूर्योदय के समय प्राणायाम करें।
    • मीन: सूर्य भगवान की पूजा करें और रोज सूर्य सिद्धांत का पाठ करें।

डिसक्लेमर

 

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

 

 

 

 

 

 

 

 
 

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