Amitabh Bachchan को चुभ गई थी सुभाष घई की ये एक बात, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया था बड़ा अनाउंसमेंट
HIGHLIGHTS
- सुभाष घई ने डायरेक्टर के रूप में अपनी पहली फिल्म कालीचरण रिलीज की।
- हर साल सुभाष घई की कोई न कोई फिल्म जरूर रिलीज होती थी।
- बिहेवियर को लेकर अमिताभ और सुभाष घई में हुई थी अनबन।
एंटरटेनमेंट डेस्क, इंदौर। Amitabh Bachchan Career: बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन एक सुपरहिट स्टार हैं। अमिताभ बच्चन की पहली फिल्म सात हिंदुस्तानी थी, जो कि 1969 में रिलीज हुई थी। इसे ख्वाजा अहमद अब्बास ने बनाई थी। इस फिल्म में जलाल आगा भी काम कर रहे थे। उन्होंने सुभाष घई को बताया था कि एक नया लड़का आया है, लंबा है और उसकी आवाज भी बहुत अच्छी है। उसे देखकर लगता है कि इंडस्ट्री में एक नया एरा शुरू होने वाला है। वे अमिताभ की बात कर रहे थे। इसके बाद 1976 में सुभाष घई ने डायरेक्टर के रूप में अपनी पहली फिल्म कालीचरण रिलीज की। 1978 से हर साल सुभाष घई की कोई न कोई फिल्म जरूर रिलीज होती थी।
अमिताभ बच्चन के साथ शुरू किया काम
काफी सफलता पाने के बाद सुभाष घई ने तय किया कि वे अमिताभ बच्चन के साथ काम करेंगे। इस फिल्म के लिए सुभाष घई के साथ हबीब नाडियाडवाला ने भी काम किया। फिल्म का नाम ‘देवा’ था। अमिताभ के साथ राजकुमार, मीनाक्षी शेषाद्रि, शमी कपूर, इला अरुण अहम रोल में थे।
फिल्म में म्यूजिक लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने दिया था। यह फिल्म एक एक्शन इमोशनल ड्रामा थी। इसमें अमिताभ बच्चन एक डाकू का रोल निभा रहे थे। 1987 में इस फिल्म की शूटिंग शुरू की गई। एक हफ्ते तो सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर दिया अनाउंसमेंट
कहा जाता है कि एक दिन शूटिंग के दौरान जब ब्रेक चल रहा था, तो अमिताभ आगे की स्क्रिप्ट पढ़ रहे थे। स्क्रिप्ट को लेकर अमिताभ कुछ डिस्कस करना चाहते थे। उन्होंने एक व्यक्ति से कहा कि वे जाकर सुभाष घई को बुला लाए।
जब ये बात सुभाष घई तक पहुंची, तो उन्होंने साफ कह दिया कि यदि कुछ डिस्कस करना है, तो अमिताभ को बोलो मेरे साथ यहां आकर कर ले। इस बात को सुनकर अमिताभ को गुस्सा आया और वे सीधे घर चले गए। अगले दिन भी एक्टर शूटिंग के लिए सेट पर नहीं पहुंचे। सुभाष घई ने भी उन्हें फोन नहीं किया और कई दिन इंतजार करने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
अमिताभ नहीं करते थे प्रोफेशनली बिहेव
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुभाष घई ने अनाउंस कर दिया कि एक्टर डायरेक्टर के बीच क्रिएटिव डिफरेंसेस की वजह से देवा फिल्म नहीं बन रही है। बताया जाता है कि उस समय सुभाष घई ने ये भी कहा था कि अमिताभ प्रोफशनली बिहेव नहीं कर रहे थे और कहते थे कि उनकी तबीयत खराब है।
जब भी अमिताभ से बात करनी होती थी, तो उनके सेक्रेटरी से बात की जाती थी। यह बात सुभाष घई को पसंद नहीं आई। वे चाहते थे कि बात आमने-सामने हो। जब अमिताभ मद्रास में किसी फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, तो सुभाष घई भी वहां पहुंच गए और उन्हें बताया कि वे फिल्म बंद कर रहे हैं।
उस समय बोनी कपूर भी सुभाष घई को बार-बार कह रहे थे कि यह फिल्म काफी महंगी साबित होगी। उतना फायदा नहीं दे पाएगी। अनिल कपूर को लेकर फिल्म शुरू करो, कम पैसों में बनेगी और हिट भी साबित होगी। इसके बाद सुभाष घई ने फिल्म राम लखन पर काम शुरू किया।