Lok Sabha Election: पीएम मोदी की आमाबाल गांव में सभा के बाद गूंजा सवाल, बताओ कौन मारता रहा दिल्ली से आए 85 पैसे’"/>

Lok Sabha Election: पीएम मोदी की आमाबाल गांव में सभा के बाद गूंजा सवाल, बताओ कौन मारता रहा दिल्ली से आए 85 पैसे’

HIGHLIGHTS

  1. – आदिवासी युवा मतदाताओं के बीच प्रधानमंत्री के भाषण की होती रही समीक्षा
  2. -एक दिन के लिए आधुनिक शहर बन रहा छोटे आमाबाल गांव

रायपुर। PM Modi Rally in Bastar: पैरों में चप्पल, पुरानी कमीज पहने और कंधे पर गमछा ओढ़े हुए कल्लू थके हुए मुद्रा से उत्साहित होकर बोल उठे, भाई मुझे तो पता ही नहीं कि दिल्ली से एक रुपये भेजा जाता था तो कोई 85 पैसे मार देता था, अच्छा तुम बताओ वह कौन सा पंजा था ? यह कहते हुए कल्लू ठहाके लगाकर हंस पड़े। इस पर भौंहे तानते हुए महतो ने तो पहले कहा कि अरे सुन भाई ये नेतागिरी की बात मुझे समझ नहीं आती है।

महतो कुछ आगे बाेल पाते की तीसरे व्यक्ति ने बात खत्म होने से पहले ही टोका और प्रश्न कर दिया कि – अरे फिर मोदी की सभा में क्यों आए भाई ? फिर महतो बोलने लगे- व्यर्थ की बकवास में घंटो समय बर्बाद करने से अच्छा है कि मोदी को सुन लिया जाए, इसलिए कोंडागांव से आया। प्रधानमंत्री ने बहुत कुछ अच्छी बातें कहीं। देश में भ्रष्टाचार को खत्म करने की मोदी सोच रहे हैं। सही-गलत का फैसला तो इसी से लेना है।

कुछ ऐसा ही वार्तालाप हुई छोटे आमाबाल गांव में आए आम मतदाओं के बीच। यहां बच्चों से लेकर युवा, बुजुर्ग, महिलाएं सभी मोदी की सभा के बाद उत्साहित नजर आए। मोदी की सभा के बाद उनकी कुछ लाइनों को लेकर चर्चा भी शुरू हो गई। यह तस्वीर है बस्तर के जिला मुख्यालय जगदलपुर से 40 किलोमीटर दूर आमाबाल गांव की।

यहां आयोजित भाजपा के विजय संकल्प शंखनाद महारैली बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि कांग्रेस के एक नेता ने कहा था कि हम दिल्ली से एक रुपये भेजते हैं तो केवल 15 पैसे ही पहुंचते हैं। हम लाभार्थी के खाते में सीधे पैसे भेजते हो एक रुपये पहुंचता है। मोदी के भाषण यह अंश आदिवासी क्षेत्र के मतदाताओं के बीच चर्चा का विषय बना रहा।

चंद घंटों के लिए गुम हुआ गांव, वनांचल में दिखा शहर

आदिवासी गांव में आयोजित इस सभा ने गांव की तस्वीर चंद घंटों के लिए बदलकर रख दी। खेतों के बीच बने मंच से मोदी की सभा के दौरान हेलीकाप्टर उतारने के लिए अस्थायी हेलीपेडनुमा क्षेत्र विकसित किया गया था। मोदी को देखने के साथ-साथ उनके हेलीकाप्टर को देखने के लिए भी लोग जमा हो गए। गांव के खेतों में वीआइपी, वीवीआइपी पार्किंग स्थल बनाए गए। आम, महुआ, पीपल व नीम के पेड़ों पर मोदी के आगमन से संबंधित बैनर पोस्टर भी दिखाई पड़े, खासकर पार्किंग संकेतक जगह-जगह पेड़ों पर ही लटके मिले।

फिर गूंजने लगे गरीबों के मुद्दे…..

मोदी की सभा के बाद मतदाताओं से नईदुनिया की टीम ने भी चर्चा की तो सोनारपाल के दिनेश सालुके ने कहा कि मोदी ने उदाहरण इतना अच्छा बताया कि सही-गलत पर निर्णय ले सकते हैं। मोदी गरीबाें के लिए सोचते हैं, गरीबों के प्रति उनकी सोच अच्छी है। उन्होंने जो वादा किया वह पूरा किया। ग्राम बडे़ आमाबाल के लेखूराम पटेल मुस्कुराते हुए कहते हैं कि पहली बार अपने गांव में मोदी को देखने को मिला। घर में बिजली आने के बाद अब टीवी भी है।

टीवी पर उन्हें देखता था अब सामने से देखने को मिला। घर के सभी सदस्य आए थे। उनको देखकर भरोसा हुआ। नरमपाल गांव के बिलख कहते हैं कि मोदी आए हैं तो उनका सम्मान बढ़ गया है। कुल्लू ने कहा कि मोदी ने वैक्सीन भिजवाया था, बिना पैसे ही टीके लग गए। गांव की ही जयंती कहती हैं कि मोदी के भाषण में कई बातें अच्छी लगी। जयवती कहती हैं कि मोदी की गारंटी पूरी होगी यह भरोसा जताया है। मोदी ने महिलाओं को लखपति दीदी बनाने की गारंटी दी है।

लोगों ने कहा- मोदी ने दिलाई वैक्सीन

आमाबाल गांव से लगे ही पदमनाथ कहते हैं कोरोना काल में मोदी ने सभी को वैक्सीन दिलाई थी। पदमनाथ ने भाजपा नेता स्वर्गीय बलीराम कश्यप को भी याद किया। बतादें कि सभा में मोदी ने बस्तर में जनसंघ व भाजपा के प्रमुख स्तंभ रहे स्वर्गीय बलीराम कश्यप की यादों को साझा की थी।

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