रायपुर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई से अपराधियों में दहशत, पांच महीने में दुष्कर्म, हत्या जैसे अपराध में आई कमी
रायपुर पुलिस की ओर से आबकारी एक्ट और ड्रग-विरोधी एनडीपीएस एक्ट के तहत कुल 3,682 व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई। इसमें से गैर-जमानतीय प्रकरणों में 451 व्यक्ति जेल भेजे गए। नशे के विरुद्ध जारी जनजागरुकता के तहत 5,12 कार्यक्रम किए गए। थानों में नशे के आदी लोगों की काउंसलिंग की गई।
HIGHLIGHTS
- नशे के खिलाफ रायपुर पुलिस के चलाया निजात अभियान
- अपराधियों पर सख्ती से अपराध में आठ प्रतिशत कमी दर्ज
- रायपुर में अपराध को लेकर पुलिस ने जारी किया आंकड़ा
रायपुर। रायपुर पुलिस के निजात अभियान के तहत नशे के विरुद्ध लगातार प्रहार, विजिबल पुलिसिंग और अपराधियों पर सख्ती कर रही है। पांच माह में इसका असर भी देखने को मिला है। अभियान के पांच माह में पिछले सालों की इसी अवधि की तुलना में अपराधों में आठ प्रतिशत की कमी आई है। मारपीट में 4 प्रतिशत, हत्या व हत्या के प्रयास में 15 प्रतिशत, चाकूबाजी में प्रतिशत, दुष्कर्म में 10 प्रतिशत, छेड़छाड़ में 23 प्रतिशत व चोरी में चार प्रतिशत की आई कमी है।
आबकारी एक्ट और ड्रग-विरोधी एनडीपीएस एक्ट के तहत कुल 3,682 व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई। इसमें से गैर-जमानतीय प्रकरणों में 451 व्यक्ति जेल भेजे गए। नशे के विरुद्ध जारी जनजागरुकता के तहत 5,12 कार्यक्रम किए गए। थानों में नशे के आदी लोगों की काउंसलिंग की गई।
इस वर्ष फरवरी माह से डीजीपी अशोक जुनेजा के निर्देशन में आइजी रायपुर अमरेश मिश्रा व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर संतोष सिंह के मार्गदर्शन में अवैध नशा के विरुद्ध अभियान निजात चलाया जा रहा है। साथ ही विजिबल पुलिसिंग, प्रतिबंधात्मक कार्रवाई और अड्डेबाजी व अपराधियों पर सख्ती किया जा रहा है। राजपत्रित अधिकारियों के पर्यवेक्षण में रायपुर के सभी थाना प्रभारियों द्वारा उनके क्षेत्र में अवैध नशा और अन्य अवैधानिक कार्य में संलिप्त लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।
कोटपा एक्ट के तहत कार्रवाई
पिछले पांच माह में तंबाकू-विरोधी कोटपा एक्ट तहत 1,364 व्यक्ति और एमवी एक्ट के तहत ड्रंकन ड्राइविंग में 1,134 व्यक्तियों पर जुर्माना किया गया। वहीं प्रत्येक प्रकरण को कोर्ट भेजा गया, जहां प्रत्येक ऐसे चालक पर दस-दस हजार रुपये का भारी-भरकम जुर्माना लगाया गया है।
2023 में पूरे वर्ष में कोटपा में 30 व्यक्ति और 185 एमवी एक्ट में 610 प्रकरण हुए थे। इसके अलावा नशे के विरुद्ध जनजागरुकता के तहत लोगों के सहयोग से स्कूल कॉलेज और सार्वजनिक जगहों पर 512 कार्यक्रम किए गए हैं और नशे के आदी सैकड़ों लोगों की लिस्टिंग कर उनकी विभिन्न संस्थाओं की मदद थानों में काउंसलिंग की जा रही है।