CBSE: डमी स्कूल चलाने वाले छत्तीसगढ़ के दो स्कूलों की मान्‍यता रद, सीबीएसई ने देशभर में की बड़ी कार्रवाई"/> CBSE: डमी स्कूल चलाने वाले छत्तीसगढ़ के दो स्कूलों की मान्‍यता रद, सीबीएसई ने देशभर में की बड़ी कार्रवाई"/>

CBSE: डमी स्कूल चलाने वाले छत्तीसगढ़ के दो स्कूलों की मान्‍यता रद, सीबीएसई ने देशभर में की बड़ी कार्रवाई

HIGHLIGHTS

  1. – डमी छात्रों को प्रवेश देने वाले स्कूलों पर बड़ी कार्रवाई l
  2. – सीबीएसई ने की है देशभर के 20 स्कूलों की मान्यता रदl
  3. – वाइकन स्कूल और द्रोणाचार्य पब्लिक स्कूल की मान्यता रद l

नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। Chhattisgarh News: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने डमी छात्रों को प्रवेश देने के आरोप में शहर के दो स्कूलों की मान्यता रद कर दी है। इसमें विधानसभा रोड स्थित वाइकन स्कूल और द्रोणाचार्य पब्लिक स्कूल शामिल है। सीबीएसई ने डमी स्कूल चलाने वालों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए देशभर के 20 स्कूलों की मान्यता रद की है। इसमें दो स्कूल छत्तीसगढ़ के भी शामिल हैं।

न्यू राजेंद्र नगर स्थित द्रोणाचार्य पब्लिक स्कूल की मान्यता रद होने से नर्सरी से बारहवीं कक्षा तक के लगभग 1,300 छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। प्रबंधन ने बताया कि मान्यता रद होने की जानकारी मिली है, लेकिन सीबीएसई की तरफ से आफिशियली किसी भी प्रकार का नोटिस नहीं आया है। नोटिस मिलने के बाद आगे की रणनीति तय करेंगे। मान्यता रद करने के नोटिस में क्या कारण लिखा गया है।

अधर में लटका 1,300 छात्रों का भविष्य

इस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। स्कूल में लगभग 1,300 छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं। उनके भविष्य को देखते हुए सीबीएसई के साथ पत्राचार करेंगे। कोचिंग करने वाले विद्यार्थी लेते हैं डमी प्रवेश नीट, जेईई समेत अन्य प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राएं स्कूलों में 11वीं में डमी प्रवेश लेते हैं।

इन छात्रों को स्कूल में पढ़ने नहीं जाना पड़ता है। स्कूल प्रबंधन सिर्फ ऐसे छात्रों को परीक्षा के लिए बुलाता है। 11वीं की परीक्षा भी कोचिंग सेंटर में करवा लेते हैं। सिर्फ बारहवीं की परीक्षा के लिए निर्धारित परीक्षा केंद्र में जाकर विद्यार्थी परीक्षा देते हैं। ऐसे स्कूलों को डमी स्कूल कहा जाता है।

छत्‍तीसगढ़ गठन के बाद पहली कार्रवाई

छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद पहली बार सीबीएसई ने स्कूलों की मान्यता रद करने का एक्शन लिया है। निजी स्कूलों की मनमानी पर नियंत्रण लगाने के लिए सीबीएसई हर जिले में नोडल नियुक्त करता है। इन नोडलों की रिपोर्ट और कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर स्कूल की मान्यता संबंधी कार्रवाई सीबीएसई द्वारा की जाती है।

सीबीएसई से अभी कोई नोटिस नहीं मिला स्कूल प्रबंधन के जिम्मेदारों ने बताया कि सीबीएसई की हमे अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है, लेकिन मान्यता रद होने की सूचना मिली है। किस आधार पर कार्रवाई की गई, नोटिस मिलने के बाद ही पता चलेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button