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Falgun Purnima 2024 Date: इस दिन मनाई जाएगी फाल्गुन पूर्णिमा, इन मुहूर्त में करें स्नान और दान

HIGHLIGHTS

  1. इस दिन स्नान और दान करने का भी विशेष महत्व होता है।
  2. फाल्गुन पूर्णिमा की शाम को चंद्रोदय 06 बजकर 44 मिनट पर होगा।
  3. फाल्गुन पूर्णिमा का त्योहार 25 मार्च को मनाया जाएगा।

Falgun Purnima 2024 Date & Time:धर्म डेस्क, इंदौर। हिंदू कैलेंडर का आखिरी महीना फाल्गुन माह होता है। इसके बाद चैत्र का महीना शुरू हो जाता है। हर साल फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर भगवान विष्णु और चंद्रमा की पूजा की जाती है। इसके अलावा इस दिन स्नान और दान करने का भी विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि फाल्गुन पूर्णिमा पर शुभ समय पर स्नान और दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है। आइए, जानते हैं कि फाल्गुन पूर्णिमा के किस शुभ मुहूर्त में स्नान और दान करना चाहिए।

फाल्गुन पूर्णिमा स्नान और दान मुहूर्त (Falgun Purnima Sna Daan Muhurat)

पंचांग के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा के दिन आप सुबह 4.45 बजे से शाम 05 बजकर 32 मिनट बजे तक स्नान और दान कर सकते हैं। फाल्गुन पूर्णिमा की शाम को चंद्रोदय 06 बजकर 44 मिनट पर होगा।

पंचांग के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च को सुबह 9 बजकर 54 मिनट पर शुरू होगी। यह तिथि 25 मार्च को दोपहर 12.29 बजे समाप्त होगी। ऐसे में फाल्गुन पूर्णिमा का त्योहार 25 मार्च को मनाया जाएगा।

फाल्गुन पूर्णिमा पर करें इन चीजों का दान (Falgun Purnima Daan)

सनातन धर्म में किसी खास दिन दान करने की परंपरा चली आ रही है। दान करने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ऐसे में आप फाल्गुन पूर्णिमा के दिन श्रद्धापूर्वक लोगों को वस्त्र, दक्षिणा, भोजन और अनाज समेत कई चीजें दान कर सकते हैं।

इस खास अवसर पर सुबह स्नान करके पीले वस्त्र धारण करने चाहिए। भगवान विष्णु को पीला रंग प्रिय है। इसके बाद भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करें और खीर का भोग लगाएं। इसके बाद प्रसाद को कन्याओं में बांट दें। ऐसा करने से घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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