छत्‍तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग का कारनामा, एक सत्र में छपवाया दो बार बच्चों का रिपोर्ट कार्ड"/> छत्‍तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग का कारनामा, एक सत्र में छपवाया दो बार बच्चों का रिपोर्ट कार्ड"/>

छत्‍तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग का कारनामा, एक सत्र में छपवाया दो बार बच्चों का रिपोर्ट कार्ड

HIGHLIGHTS

  1. कांग्रेस सरकार में मंत्री चौबे के कार्यकाल में छपा बहुआयामी प्रगति पत्रक, अब नया समग्र रिपोर्ट
  2. दो-दो कार्ड से स्कूलों में प्रधानपाठक और शिक्षक असमंजस में पड़ गए
  3. आखिर किस रिपोर्ट कार्ड को भरकर बच्चों और उनके अभिभावकों को रिपोर्ट कार्ड दिया जाए।

संदीप तिवारी, रायपुर। स्कूल शिक्षा विभाग का एक नया कारनामा सामने आया है। विभाग के अफसरों ने एक ही सत्र के लिए प्राइमरी स्कूलों में दो-दो रिपोर्ट कार्ड छपवाकर भेज दिया है। एक रिपोर्ट कार्ड लोक शिक्षण संचालनालय के निर्देश पर कांग्रेस सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री रहे रविंद्र चौबे के कार्यकाल में छपवाया गया और अब दूसरा रिपोर्ट कार्ड स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के कार्यकाल में समग्र शिक्षा ने समग्र रिपोर्ट कार्ड के नाम से प्रकाशित कराया गया है। दो-दो कार्ड से स्कूलों में प्रधानपाठक और शिक्षक असमंजस में पड़ गए हैं कि आखिर किस रिपोर्ट कार्ड को भरकर बच्चों और उनके अभिभावकों को रिपोर्ट कार्ड दिया जाए।

35 लाख से अधिक बच्चों को रिपोर्ट कार्ड दिया जाना है

लोक शिक्षण संचालनालय और समग्र शिक्षा के बीच समन्वय का अभाव होने के कारण राज्य सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान होने की आशंका है। जानकारी के मुताबिक इन दोनों रिपोर्ट कार्ड को छपवाने के लिए विभाग ने 20 करोड़ से अधिक की राशि खर्च की है। दोनों ही रिपोर्ट कार्ड को छपवाने के लिए एक ही फर्म को काम दिया गया है। समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक संजीव कुमार झा ने एक ही रिपोर्ट कार्ड को कक्षावार अलग-अलग कलर में प्रकाशित कराया है। जबकि लोक शिक्षण संचालनालय ने खर्च कम करने के लिए एक ही कार्ड में पहली से पाचवीं तक काम बांटने की प्रक्रिया में भी मनमानी चली है। एक ही फर्म को अलग-अलग टुकड़ों में काम दिया है। मामले में शिक्षक संघ खुलकर सामने आ गया है और भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। वहीं शिक्षाविदों का कहना है कि सरकारी राशि का व्यर्थ खर्च न हो इस पर ध्यान देने की जरूरत है।

मंत्री बोले- छमाही में भी देना है कार्ड, अफसरों को पता नहीं

स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि इस बार छमाही में भी कार्ड देना है मगर इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) को कोई निर्देश ही नहीं मिला है। रायपुर डीईओ विजय खंडेलवाल ने कहा कि दो-दो कार्ड देने का कोई निर्देश नहीं मिला है। कोंडागांव डीईओ आदित्य चांडक ने कहा कि मुझे कोई जानकारी नहीं है। समग्र शिक्षा रायपुर के जिला मिशन समन्वयक केएस पटले ने कहा कि समग्र शिक्षा से जो रिपोर्ट कार्ड भेजा गया है उसमें भरने के लिए दिशा-निर्देश हैं, इसी कार्ड को भरना है।

यह भ्रष्टाचार को संकेत दे रहा

एक तरफ कर्मियों को डीए देने के लिए सरकार के पास पैसे नहीं है। सरकार डंडी मार रही है और दूसरी तरफ सरकार दो बार बच्चों का रिपोर्ट कार्ड छपवा रही है। यह भ्रष्टाचार को संकेत दे रहा है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। प्रधानपाठक संशय में है कि किस रिपोर्ट कार्ड को भरें।

-वीरेंद्र दुबे, प्रदेश अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ

खर्च व्यर्थ न हो ध्यान देना चाहिए

हर मंत्री अपने दृष्टिकोण से विभाग को संचालित करते हैं। स्कूलों में अगर दो-दो रिपोर्ट कार्ड गया है तो पहले जो रिपोर्ट कार्ड भेजा गया था उसकी समीक्षा करनी चाहिए थी। खर्च अधिक न हो इस पर ध्यान देना जरूरी था और व्यर्थ खर्च न हो इस पर ध्यान देना चाहिए।

बीकेएस रे, शिक्षाविद

पहले कौन सा कार्ड छपा जानकारी नहीं

यह आप बता रहे हैं कि दो-दो रिपोर्ट कार्ड स्कूलों को भेजा गया है। बिना रिकार्ड देखे मैं कुछ नहीं बोल पाउंगा। आप कार्यालय में आकर जानकारी ले सकते हैं।

संजीव कुमार झा, प्रबंध संचालक, समग्र शिक्षा

पहली बार हम बच्चों को वार्षिक कार्ड देने वाले हैं ताकि बच्चों के अभिभावकों को पता चले कि उनकी स्थिति क्या है। इससे हमारे शिक्षकाें की स्थिति पता चलेगी। हम तिमाही, छमाही और वार्षिक परीक्षा में भी प्रगति कार्ड देंगे। \B-

बृजमोहन अग्रवाल, मंत्री स्कूल शिक्षा, छत्तीसगढ़

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button