CGPSC Exam: सीजीपीएससी में पूछा- छत्तीसगढ़ी म झाडू ला का कहिथे, पंचायती राज से संबंधित प्रश्नों में उलझे अभ्यर्थी, पहले डिप्टी सीएम को लेकर आया था ये सवाल
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग (सीजीपीएससी) की ओर से रविवार को 242 पदों के लिए प्रारंभिक परीक्षा ली गई। परीक्षा के लिए 1 लाख 58 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिसमें प्रथम पाली में 73.45 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। दूसरी पाली में 72.56 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। प्रारंभिक परीक्षा प्रदेश के 28 जिलों में हुई। रायपुर में 64 परीक्षा केंद्रों में 17,457 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा देकर बाहर निकले अभ्यर्थियों ने बताया कि प्रश्नपत्र बहुत सरल रहा। इसमें छत्तीसगढ़ की संस्कृति, इतिहास, सामान्य ज्ञान से संबंधित 50 प्रश्न पूछे गए, वहीं 50 प्रश्न देशभर से रहे। अभ्यर्थियों को पंचायती राज और जनजाति से संबंधित प्रश्नों को हल करने में परेशानी हुई। प्रथम पाली में सामान्य अध्ययन और दूसरी पाली में एप्टीट्यूड का प्रश्नपत्र हुआ। प्रश्नपत्र सरल होने के कारण इस बार कटआफ ज्यादा जाने की संभावना है। अभ्यर्थियों ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद पहली पीएससी परीक्षा थी। विधानसभा से संबंधित एक भी प्रश्न नहीं पूछा गया।
परीक्षा में इस तरह के पूछे गए प्रश्न
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- साफ बर सही छत्तीसगढ़ी शब्द हे?
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- अकरस के मतलब होथे?
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- रउनिया के मतलब हे?
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- हात-गोड़ धर के आना मुहावरा के मतलब हे?
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- बारी-बारी ला छत्तीसगढ़ी म कहिथे?
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- मुख्यमंत्री ला छत्तीसगढ़ी में लिखे जाथे?
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- छत्तीसगढ़ी म झाडू ला कहिथे?
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- छत्तीसगढ़ के पहले उप मुख्यमंत्री कौन है?
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- छत्तीसगढ़ में रोका-छेका अभियान 2023 कब शुरू किया गया?
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- छत्तीसगढ़ में निम्नलिखित में से किस वृक्ष से लाख प्राप्त नहीं होता?
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- क्षेत्रफल की दृष्टि से छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा जिला कौन-सा है?
इस बार डीएसपी के एक भी पद नहीं
जून में होगी मुख्य परीक्षा
परीक्षा देकर बाहर निकले अभ्यर्थियों ने कही ये बात
परीक्षा देकर बाहर निकले अभ्यर्थी लक्ष्मी कुमार नारंग ने कहा कि प्रश्नपत्र अच्छा रहा। प्रथम प्रश्नपत्र में छत्तीसगढ़ से जुड़े 50 प्रश्न पूछे गए, जिसमें पंचायती राज और जनजातीय वाला सेक्शन कठिन रहा, दूसरे प्रश्न में रीजनिंग को हल करने में परेशानी हुई। वहीं उजाला पैकरा ने कहा कि पहली बार सीजीपीएससी की परीक्षा दी हूं। पेपर सरल था। पहले प्रश्नपत्र में देशभर से जो प्रश्न पूछे गए थे, वो सरल रहे। विधानसभा से संबंधित प्रश्न नहीं पूछे गए। छत्तीसगढ़ी भाषा के प्रश्न भी सरल रहे। दीप्ति साहू ने कहा कि राजनीति से जुड़े हुए प्रश्न कठिन लगे, क्योंकि राजनीति में मुझे रुचि नहीं है। बाकी प्रश्नों का स्तर सामान्य रहा। सरल प्रश्नपत्र होने के कारण पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष कटआफ ज्यादा रहने की उम्मीद है। राजू कुमार नारंग ने बताया कि छत्तीसगढ़ से संबंधित प्रश्न ज्यादा पूछे गए थे। गणित और रीजनिंग से जुड़े प्रश्नों को हल करने में समय लगा। प्रश्नों का स्तर सामान्य रहा, जिसकी वजह से इस वर्ष का कटआफ ज्यादा जाएगा।