Raipur Crime News: 21 किलो गांजा महाराष्ट्र ले जाते कोरियर ब्वाय गिरफ्तार
HIGHLIGHTS
- पुलिस ने जब्त गांजे की कीमत दो लाख से अधिक का होने का दावा किया है।
- कोरियर ब्वाय से यह पूछा गया कि वह किसके लिए और कब से काम करता आ रहा है।
- आरोपित इससे पहले भी ओड़िशा से गांजा खरीदकर महाराष्ट्र ले जा चुका है।
रायपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)।ओड़िशा के कोरापुट से गांजा खरीदकर अकोला,महाराष्ट्र ले जाने के लिए भाठागांव बस टर्मिनल में पहुंचे एक कोरियर ब्वाय को सोमवार टिकरापारा पुलिस ने दबोच लिया।तलाशी लेने पर आरोपित के कब्जे से 21 किलो 300 ग्राम गांजा पांच अलग-अलग पैकेटों में बंद मिला। पुलिस ने जब्त गांजे की कीमत दो लाख से अधिक का होने का दावा किया है।
अकोला निवासी इस कोरियर ब्वाय से यह पूछा गया कि वह किसके लिए और कब से काम करता आ रहा है। पुलिस को आशंका है कि आरोपित इससे पहले भी ओड़िशा से गांजा खरीदकर रायपुर के रास्ते से ट्रेन या यात्री बस से महाराष्ट्र ले जा चुका है। हालांकि पूछताछ में कोरियर ब्वाय ने पहली बार गांजा डिलेवर करने का काम महज दस हजार रुपये पाने के लालच में करना कबूल किया।
टिकरापारा पुलिस थाना प्रभारी दुर्गेश रावटे ने बताया कि नशे के खिलाफ लगातार की जा रही कार्रवाई के क्रम में सोमवार को मुखबिर से पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि भाठागांव नया अंतराज्जीय बस टर्मिनल के मोटर सायकल पार्किंग के पास एक युवक अपने पास सफेद प्लास्टिक बोरी में गांजा रखकर कही जाने के लिए यात्री बस का इंतजार कर रहा है।
इसकी सूचना एएसपी पश्चिम जय प्रकाश बढ़ई, सीएसपी पुरानी बस्ती राजेश चौधरी समेत अन्य अधिकारियों को दी गई। इसके बाद मौके पर खुद थानेदार दल-बल के साथ पहुंचे। मुखबिर द्वारा बताए गए हुलिए के युवक को चिन्हांकित कर दबोच लिया गया।
पूछताछ करने पर उसने अपना नाम मुजाहिद मजीद पिता अब्दुल(34)मूल निवासी वार्ड नंबर छह, मोसीनपुरा पोस्ट हिवरखेडा भवानी मंदिर के पास थाना हिवरखेड तहसील तेल्हारा जिला अकोला (महाराष्ट्र) का होना बताया।पुलिस टीम उसके पास रखे लास्टीक बोरी का तलाशी ली तो पांच पैकेटों में गांजा भरा मिला।
मामले में आरोपित के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर उससे विस्तृत पूछताछ की गई।इस कार्रवाई में थाना प्रभारी के साथ सहायक उप निरीक्षक जयनारायण यादव, नीलमणी साहू, आरक्षक अश्वन साहू, रविंद्र राजपूत, अरूण ध्रुव, सुनील पाठक, शिव कुमार तांडी शामिल थे।