चुनाव में खराब प्रदर्शन से आप के शीर्ष नेताओं ने पदों से मांगा था त्यागपत्र, नाराज पदाधिकारियों पार्टी से ही दे दिया इस्तीफा
HIGHLIGHTS
- आप पार्टी ने खराब प्रदर्शन को लेकर की थी समीक्षा
- कई सीटों पर प्रत्याशियों की जमानत हो गई थी जब्त
- दिल्ली में 24 जनवरी को शीर्ष नेतृत्व की होगी बैठक
रायपुर (राज्य ब्यूरो)। Aam Aadmi Party in Chhattisgarh: लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेशाध्यक्ष कोमल हुपेंडी समेत सात पदाधिकारियों ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया, जिसको लेकर चर्चा का बाजार काफी गर्म है। सूत्रों के अनुसार, शीर्ष नेतृत्व ने पदाधिकारियों से वर्तमान पदों से त्यागपत्र मांगा था, लेकिन उन्होंने पार्टी की सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया।
दिल्ली में 24 जनवरी को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने बैठक बुलाई है, जिसमें नए अध्यक्ष को लेकर चर्चा होने की उम्मीद है। विधानसभा चुनाव में पार्टी अपना खाता नही खोल पाई थी। कई सीटों पर प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई थी।
पार्टी ने खराब प्रदर्शन को लेकर समीक्षा की थी। जानकारी के अनुसार, लोकसभा चुनाव को ध्यान में पार्टी प्रदेश में अपनी टीम को बदलना चाहती थी। इसके मद्देनजर प्रदेशाध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों को लंबे समय से पदों से हटने का दबाव बनाया जा रहा था।
कोमल हुपेंडी ने कहा- गठबंधन से नाराज
कोमल हुपेंडी ने केंद्रीय नेतृत्व की उपेक्षा और आइएनडीआइए के गठबंधन को त्यागपत्र देने का कारण बताया था। पार्टी से त्यागपत्र देने के बाद कोमल हुपेंडी और प्रदेश सचिव विशाल केलकर ने विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह से मुलाकात की थी, जिससे उनके भाजपा में प्रवेश की अटकलें लगाई जा रही है।
मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी, वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष आनंद प्रकाश मिरी, प्रदेश सचिव विशाल केलकर, प्रदेश अध्यक्ष यूथ विंग रविंद्र सिंह ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष एससी विंग धरम भार्गव, प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी विंग कमल कांत साहू और प्रदेश अध्यक्ष एसटी विंग बसंत कुजूर ने पद और सदस्या से त्यागपत्र दे दिया।