CG News: कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय ने 19 वर्षों में अब तक नहीं कराया नैक ग्रेडिंग, छात्रों को हो रहा नुकसान"/>

CG News: कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय ने 19 वर्षों में अब तक नहीं कराया नैक ग्रेडिंग, छात्रों को हो रहा नुकसान

HIGHLIGHTS

  1. अंक पत्र में नैक ग्रेड नहीं होने से छात्रों का होता है नुकसान
  2. नैक ग्रेडिंग नहीं होने से विश्वविद्यालय को मिलने वाला बहुत सारा ग्रांट नहीं मिलता
  3. विश्वविद्यालय को किसी भी तरह के अनुसंधान के लिए फंडिंग नहीं मिल रही
Kushabhau Thakre Journalism University: रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय पिछले 19 वर्षों से बिना नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल (नैक) ग्रेडिंग के चल रहा है। विश्वविद्यालय प्रबंधन भी नैक ग्रेडिंग करवाने के लिए कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है। इसका नुकसान छात्रों को हो रहा है।
 
नैक ग्रेडिंग नहीं होने से विश्वविद्यालय को मिलने वाला बहुत सारा ग्रांट नहीं मिलता है। विश्वविद्यालय को किसी भी तरह के अनुसंधान के लिए फंडिंग नहीं मिल रही है। 2022 में यूजीसी की तरफ से सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को नैक ग्रेडिंग करवाना अनिवार्य कर दिया गया है, इसके बाद भी विश्वविद्यालय प्रबंधन की तरफ से कोई पहल नहीं की गई है।

 

पिछले दिनों पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने अपना नैक ग्रेडिंग करवाया था। पहले उनके पास नैक का ए ग्रेड था, जो इस बार बी प्लस प्लस मिला है। पीआरएसयू का ए ग्रेड छिनने के बाद राजधानी के किसी भी शासकीय उच्च शिक्षण संस्थान के पास नैक का टाप ग्रेड नहीं है। अधिकांश संस्थानों के पास बी और सी ग्रेड हैं। सबसे अच्छा नैक ग्रेड ए प्लस प्लस को माना जाता है।

निजी कंपनी विश्वविद्यालय का ग्रेड देखकर तय करती है नौकरी

विशेषज्ञों ने बताया कि नैक ग्रेड नहीं होने का सबसे ज्यादा नुकसान छात्रों को होता है। आमतौर पर निजी कंपनियां विश्वविद्यालय के ग्रेड के आधार पर युवाओं को नौकरी में मौका देती हैं। ए प्लस प्लस नैक ग्रेड वाले विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने वाले छात्रों को कंपनियां नौकरी में प्राथमिकता देती हैं। नैक की ग्रेडिंग विश्वविद्यालय की शिक्षा गुणवत्ता का मापदंड माना जाता है। नैक की टीम भी शिक्षा से जुड़े अलग-अलग मापदंडों के आधार पर ग्रेडिंग करती है।

इन मापदंडों पर होता है मूल्यांकन

    1. संचालन, नेतृत्व व प्रबंधन
    1. संस्थानिक मूल्य और सर्वश्रेष्ठ परंपराएं
    1. अध्ययन-अध्यापन व मूल्यांकन
    1. छात्र सहयोग व विकास
    1. पाठ्यक्रम के पहलू
    1. मूलभूत सुविधाएं और अध्ययन के संसाधन
    1. शोध, नवोन्मेष और विस्तार

ए प्लस प्लस सबसे अच्छा ग्रेड

नैक ने संस्थानों के मूल्यांकन के लिए कुछ मापदंड तय किए हैं। इसके अनुसार उन्हें ग्रेड दिया जाता है। सबसे टाप ग्रेड ए प्लस प्लस है। कम्युलेटिव ग्रेड पाइंट एवरेज (सीजीपीए) के अनुसार ग्रेड दिए जाते हैं। जैसे 3.51-4.00 सीजीपीए ए प्लस प्लस ग्रेड है। 3.26 से 3.50 के लिए ए प्लस ग्रेड। 2.76 से 3.00 बी प्लस प्लस, 2.51-2.75 बी प्लस, 2.01-2.50 बी ग्रेड, 1.51-2.00 के लिए ग्रेड सी निर्धारित है।

नैक टीम को बुलाकर ग्रेडिंग करवाएंगे

 

 

नैक रिव्यू कमेटी का गठन कर दिया गया है। वह अपना काम कर रही है, जैसे ही उनकी रिपोर्ट फाइनल हो जाएगी। हम नैक टीम को बुलाकर ग्रेडिंग करवाएंगे।

 

 

 

चंद्रशेखर ओझा, कुलसचिव, पत्रकारिता विश्वविद्यालय
 
 

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