Chhattisgarh: नए साल में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार, हर संभाग में सिम्स तो आयुष्मान से होगा 10 लाख तक इलाज"/> Chhattisgarh: नए साल में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार, हर संभाग में सिम्स तो आयुष्मान से होगा 10 लाख तक इलाज"/>

Chhattisgarh: नए साल में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार, हर संभाग में सिम्स तो आयुष्मान से होगा 10 लाख तक इलाज

HIGHLIGHTS

  1. आंबेडकर अस्पताल में कार्डियोलाजी की बनेगी यूनिट l
  2. आंबेडकर में 2,200 तक पहुंच जाएगी बिस्तरों की संख्या l
  3. बोन मैरो और किडनी ट्रांसप्लांट

रायपुर (राज्य ब्यूरो)। Health Facilities in Chhattisgarh: छत्‍तीसगढ़ में आबादी के अनुसार स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। भाजपा ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की तर्ज पर हर संभाग में छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (CIMS) बनाने की घोषणा की है। ऐसे में प्रदेश के रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई, बस्तर और सरगुजा में सिम्स बनाए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने आयुष्मान कार्ड के तहत निश्शुल्क इलाज की सुविधा पांच लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने की घोषणा की है। केंद्र सरकार से मंजूरी मिलते ही इस सुविधा का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

इधर, राजधानी के आंबेडकर अस्पताल में एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआइ) में कार्डियोलाजी विभाग की अलग से यूनिट बनेगी। इसमें बाल हृदय, वाल्ब की सर्जरी, धड़कन की सर्जरी, हृदय रोग, हृदय की मांसपेसियों समेत सात विभागों के लिए अलग-अलग भवन बनाया जाएगा। 700 बिस्तर वाले सात मंजिला सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के निर्माण में 325 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

एसीआइ को पीजीआइ चंडीगढ़ की तर्ज पर बनाने के लिए विभाग नए सिरे से प्रस्ताव बना रहा है। कार्डियो थोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी विभाग रहेगा। वहीं, 42 करोड़ की लागत से 300 बेड का नया अस्पताल कैंसर विभाग की बिल्डिंग के ऊपर बनेगा। दोनों नई यूनिट बनने के बाद आंबेडकर अस्पताल में बिस्तरों की संख्या 2,200 से ज्यादा हो जाएगी। आंबेडकर अस्पताल में गंभीर मरीजों के लिए एल-2 ट्रामा बनेगा। कैंसर विभाग में 22 करोड़ की पैट सीटी मशीन शुरू होने की उम्मीद है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा, राज्य के सभी शासकीय अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने तथा औचक निरीक्षण करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। सिम्स के लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है।

बोन मैरो व किडनी ट्रांसप्लांट

प्रदेश में किसी भी सरकारी मेडिकल कालेज अस्पताल में बोन मैरो व किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा नहीं है। यह दोनों सुविधा प्रदेश के एकमात्र सुपरस्पेश्यालिटी डीकेएस अस्पताल में प्रस्तावित है। यहां किडनी ट्रांसप्लांट के लिए विशेषज्ञ तो है, लेकिन स्किल्ड नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ, जरूरी उपकरण का अभाव है। एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध है।

डे केयर सर्जरी और आइपीडी सुविधा

शासकीय डेंटल कालेज में डे केयर सर्जरी शुरू होगी। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है। डे केयर सर्जरी के बाद आइपीडी शुरू होगी। डे केयर सर्जरी के लिए मरीज को रातभर अस्पताल में रहने की आवश्यकता नहीं होती है। रोगी को उसी कैलेंडर दिन में भर्ती कर आपरेशन किया जाता है और उसी दिन छुट्टी भी दे दी जाती है। आमतौर पर चार से छह घंटे रुकने की आवश्यकता पड़ती है।

– 5206 उप स्वास्थ्य केंद्र

– 28 जिला अस्पताल प्रदेश में

– 170 स्वास्थ्य केंद्र हैं राज्य में

– 792 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र

– 20 सिविल अस्पताल

– 4 शहरी अस्पताल

– 52 शहरी स्वास्थ्य केंद्र

– 370 शहरी उप स्वास्थ्य केंद्र

– 1 टीबी सेनेटोरियम

– 1 मेटल क्‍लीनिक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button