डाक्टरों के बिना लिखे दवाओं की बिक्री पर होगी कार्रवाई, स्वास्थ्य मंत्री ने सख्ती से निपटने के दिए निर्देश
HIGHLIGHTS
- डाक्टरों के बिना लिखे दवाओं की बिक्री पर होगी कार्रवाई l
- लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने ली बैठकl
- नर्सिंग होम एक्ट और प्रभावी ढंग से होगा लागूl
रायपुर (राज्य ब्यूरो)। Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में अब डाक्टरों के लिखे बिना दर्द निवारक दवाओं की बिक्री पर सख्ती से कार्रवाई होगी। दरअसल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने राज्य के सभी शासकीय अस्पतालों में गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने, औचक निरीक्षण करने, नर्सिंग होम एक्ट को और प्रभावी ढंग से लागू करने तथा डाक्टरों के लिखे बिना दर्द निवारक दवाओं की बिक्री पर भी सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा और बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मंत्रालय महानदी भवन में कामकाज संभाल लिया। उन्होंने मंत्रालय में लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों से राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों सहित विभागीय कार्यों की विस्तार से जानकारी ली।
नर्सिंग होम एक्ट से जुड़ी पालिसी का किया जा रहा अध्ययन
बैठक के बाद मीडिया से चर्चा में स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने कहा कि सरकारी हास्पिटल की व्यवस्था को इस स्तर पर ले जाएंगे कि जब सरकारी हास्पिटल की बेड भर जाएं तब लोग निजी अस्पताल जाएं। नर्सिंग होम एक्ट से जुड़ी पालिसी का अध्ययन किया जा रहा है।
एक ऐसी पालिसी बनाई जाएगी जिससे निजी अस्पतालों में भी गरीब को इलाज की बेहतर सुविधा मिले। जरूरत पड़ने पर नर्सिंग एक्ट में बदलाव किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान योजना में 10 लाख तक का निश्शुल्क इलाज होगा। किसी योजना को अभी बंद नहीं किया जा रहा है। कार्यों में भ्रष्टाचार हुआ है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
योजनाओं की समीक्षा
स्वास्थ्य मंत्री ने विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति की जानकारी अधिकारियों से ली। बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, नियमित टीकाकरण कार्यक्रम, राष्ट्रीय सिकलसेल उन्मूलन मिशन, राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, प्रधानमंत्री आयुष्मान आरोग्य मंदिर, राष्ट्रीय कुष्ठ सहित अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की।