वार्डन ने हास्टल की छात्राओं से कहा- रूम खाली कर भाग जाओ, नहीं तो सड़क पर फेंक देंगे सामान, स्टूडेंट्स ने महिला आयोग से मांगी मदद
HIGHLIGHTS
- दंत चिकित्सा महाविद्यालय की 40 छात्राओं से जबरदस्ती हास्टल खाली कराने का आदेश
- डेंटल कालेज की छात्राओं ने महिला आयोग की अध्यक्ष से मांगी मदद, वार्डन पर लगाए आरोप
- राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने जबरदस्ती हास्टल खाली कराने पर लगाई रोक
रायपुर (राज्य ब्यूरो)। Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के एकमात्र शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय की 40 छात्राओं से जबरदस्ती हास्टल खाली कराए जाने का मामला सामने आया है। छात्राओं ने प्रबंधक के खिलाफ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डा. किरणमयी नायक को लिखित शिकायत की है। राज्य महिला आयोग ने प्रबंधन को हास्टल खाली नहीं कराने का आदेश दिया है। साथ ही 2 जनवरी को सुनवाई के लिए बुलाया है। इधर, कालेज प्रबंधन का कहना है कि छात्राओं को छह माह पहले ही हास्टल खाली करने के लिए सूचित किया गया था।
छात्राओं ने महिला आयोग से की शिकायत
छात्राओं ने आयोग की अध्यक्ष से की गई शिकायत में बताया है कि वे सभी बीडीएस फाइनल ईयर में अध्ययनरत हैं, जो पिछले चार वर्षों से हास्टल में निवासरत हैं। फाइनल ईयर की परीक्षा समाप्त नहीं हुई है, परंतु वार्डन ने शुक्रवार को नोटिस जारी कर कहा है कि तत्काल रूम खाली कर दो। यहां से भाग जाओ अन्यथा पूरा सामान निकाल कर सड़क पर फेंक दिया जाएगा।
छात्रों ने आगे बताया कि पूरी फीस जमा किया गया है। सीनियर हास्टल में निवासरत हैं। हमारे साथ ही ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। इसकी जानकारी डेंटल कालेज के डायरेक्टर को भी है। छात्रों के हास्टल में 40 प्रतिशत कमरे खाली हैं। प्रदेश के बाहर की सभी छात्राएं है। अचानक सभी कहां और क्यों जाएं। कालेज का नियम है की इंटरशिप के बाद कालेज छोड़ा जाता है। सुरक्षा का भी ख्याल नही रखा गया है।
रायपुर शासकीय डेंटल कालेज के प्राचार्य डा वीरेंद्र वाढेर ने कहा, ब्वायज के लिए निजी भवन लेकर हास्टल संचालित किया जाना है, जिसके लिए प्रक्रिया भी जारी है। छात्राओं को हास्टल खाली करने के लिए छह माह पहले ही सूचना दे दी गई थी। छात्राओं के हास्टल के लिए तीन-तीन वर्ष की वेंटिंग चल रही है। महिला आयोग के समक्ष पूरे मामले को रखा जाएगा।